Maharashtra Political Crisis: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि भरोसा लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर रखेंगे. जो लोग बाहर गए हैं वह शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें, अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगे. ना बालासाहेब का फोटो लगाएंगे ना बाला साहब का. बालासाहेब के भक्त इस तरह से पीठ पर खंजर नहीं घोंपते. जो होना है होने दो मुंबई तो आना होगा ना. लाखों शिवसैनिक हमारे इशारा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी भी हमने संयम रखा है कोई शक्ति प्रदर्शन करता है उस पर हमें ध्यान देने की जरूरत नहीं है। संजय राउत ने कहा कि पागल लोग हैं किस नशे में हैं? हमें नहीं मालूम खाने में अफीम चरस नशा ले रहे हैं क्या ? ढ़ाई साल से सब मलाईदार पोस्ट लेकर बैठे हैं. अब अचानक से क्या हो गया?
शिवसेना नेता ने कहा कि सब कुछ होगा. नाम लेने की नौबत उन पर आ रही है बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना आप छोड़ कर गए हैं ना? तो अपने बाप का नाम दे दो अपने बाप के नाम पर वोट मांगो. हमारी पार्टी का जो बाप है, उसका नाम इस्तेमाल मत करो। वहां तुम्हारे 100 बाप हैं उनके नाम का इस्तेमाल करो हमारा बाप सिर्फ बाला साहब ठाकरे हैं, उनको हम कभी नहीं छोड़ेंगे बाप बदलने की प्रोसेस हमारे पार्टी में नहीं चलती.
उन्होंने कहा कि असली शिवसेना नकली शिवसेना की बात यह क्यों कर रहे हैं, जो बाहर चला गया जो शिवसेना छोड़ गया उनकी शिवसेना नहीं हो सकती। हिम्मत है तो राजीनामा दो और अपने अपने क्षेत्र में चुनाव लड़ कर दिखाओ। रेडिसन के बाहर बाढ़ में मुर्दे तैर रहे हैं और यह लोग ऊपर बैठकर पार्टियां कर रहे हैं। जो सरकार है वह सरकार रहेगी इसीलिए तो वह मुंबई आने की हिम्मत नहीं दिखा रहे हैं. अगर आपके पास 50 विधायक हैं, आप की पार्टी है, आपने पार्टी बनाई है तो आप मुंबई आइए आपके स्वागत के लिए हम तैयार हैं. मैं खुद जाऊंगा अगर एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनते हैं. तब हम बोलेंगे कि एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाया है उस वक्त भी बीजेपी ने विरोध किया था. आज भी 40 लोगों को गुलाम बना कर रखना चाहते हैं और बालासाहेब के शिवसेना को खत्म करना चाहते हैं।
राउत ने कहा कि आइए चौपाटी में गुवाहाटी में क्या है? विधान भवन के सामने चौपाटी है आइए चौपाटी में वहां भी मजा करेंगे। कुछ विधायकों से अभी 5 मिनट पहले मेरी बात हुई है. उनकी इच्छा है वापस आने की. जिन लोगों ने इच्छा व्यक्त की है उनके लिए शिवसेना के दरवाजे हमेशा खुले हैं। वहां एक दूसरे पर अगर अटैक भी हुआ और कपड़े भी फाड़ दे गए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा, क्योंकि जबरदस्ती विधायकों को रखा गया है। कितने दिन विधायक वहां पर रहेंगे. उस होटल में 340 कमरे हैं 18 माले का होटल है। मैंने वहां के मुख्यमंत्री को मेल किया है कि मुझे रेडिसन ब्लू में कार्यक्रम करना है। महाराष्ट्र और गुवाहाटी के पर्यटन को लेकर। मुझे कोई रिप्लाई नहीं आया है।
Source : Pankaj R Mishra