Maharashtra Political News: महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच, केंद्रीय कैबिनेट ने वधावन में एक ऑल-वेदर ग्रीनफील्ड डीपड्राफ्ट पोर्ट के विकास को मंजूरी दे दी है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कुल खर्च 76,220 करोड़ रुपये होगा. एनसीपी के राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा, ''भारत की आधारभूत संरचना नई ऊंचाइयों को छू रही है.'' प्रफुल्ल पटेल ने 'एक्स' पर लिखा, ''महाराष्ट्र के पालघर जिले के धनाउ के लिए यह एक उल्लेखनीय पल है जिसे 76,220 करोड़ रुपये की वधावन बंदरगाह परियोजना को मंजूरी मिल गई है. पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की आधारभूत संरचना नई ऊंचाइयों को छू रही है.''
A remarkable moment as Maharashtra's Dahanu in Palghar district sees the approval of the Rs 76,220 crore Vadhavan Port project! Under the visionary leadership of Honourable PM @narendramodi Ji, India's infrastructure is scaling new heights. pic.twitter.com/mLs9Eq1kVk
— Praful Patel (@praful_patel) June 20, 2024
परियोजना की विस्तृत जानकारी
केंद्र सरकार के बयान के अनुसार, इस परियोजना में कुल खर्च 76,220 करोड़ रुपये आएगा, जिसमें भूमि अधिग्रहण का खर्च भी शामिल है. वधावन पोर्ट की वार्षिक रूप से 298 मिलियन मीट्रिक टन प्रोडक्ट को स्टोर करने की क्षमता होगी. यह परियोजना प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10 लाख रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा.
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बंदरगाह की संरचना और सुविधाएं
वहीं वधावन पोर्ट में नौ कंटेनर टर्मिनल होंगे, जिनमें से प्रत्येक कंटेनर टर्मिनल की लंबाई 1,000 मीटर होगी. पहले चरण में पोर्ट की 15 मिलियन टीईयू कंटेनर हैंडलिंग की क्षमता होगी, जो दूसरे चरण में बढ़कर 23.2 मिलियन टीईयू हो जाएगी. इसके अलावा, चार बहुद्देशीय बर्थ होंगे, जिनमें तटीय बर्थ, लिक्विड कार्गो बर्थ, रो-रो बर्थ, और एक तटरक्षक बर्थ शामिल होंगे.
रोजगार सृजन और आर्थिक प्रभाव
आपको बता दें कि इस परियोजना के शुरू होने के साथ ही, 10 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह पोर्ट आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा. यह परियोजना न केवल महाराष्ट्र के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी.
भविष्य की दिशा
इसके साथ ही आपको बता दें कि वधावन बंदरगाह परियोजना का उद्देश्य भारत की समुद्री व्यापार क्षमता को बढ़ाना है. यह परियोजना महाराष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय समुद्री मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाएगी. इसके अलावा, यह बंदरगाह न केवल स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देगा बल्कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को भी नई दिशा देगा.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र को मिला मोदी सरकार का बड़ा तोहफा
- जानकर आप भी हो जाएंगे गदगद
- जानें परियोजना की विस्तृत जानकारी
Source : News Nation Bureau