Maratha Vs OBC Reservation: महाराष्ट्र में ओबीसी आरक्षण के प्रभावित न होने की मांग को लेकर लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे वडीगोदरी में नौ दिनों से भूख हड़ताल पर हैं. इन दोनों नेताओं का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है और इसी के चलते आज महाराष्ट्र सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की और अनशन खत्म करने का अनुरोध किया लेकिन लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे अपने आंदोलन पर अड़े हुए हैं. इस मौके पर मंत्री गिरीश महाजन ने फोन पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से लक्ष्मण हाके की चर्चा की. उन्होंने बताया कि आज शाम सह्याद्रि में एक बैठक का आयोजन किया गया है. इस बैठक में क्या निर्णय लिया जाएगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं. मंत्री गिरीश महाजन, उदय सामंत और गोपीचंद पडलकर के प्रतिनिधिमंडल ने लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे से मुलाकात की और उनसे अनशन खत्म करने की अपील की.
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सरकार का आश्वासन और हाके का जवाब
आपको बता दें कि गिरीश महाजन ने कहा कि इतने लंबे समय तक उपवास करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. सरकार का रुख साफ है कि ओबीसी आरक्षण पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हम मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सचिव के साथ बैठक के बाद निर्णय लेंगे. लक्ष्मण हाके को एक प्रतिनिधिमंडल मुंबई भेजना चाहिए. उन्होंने लक्ष्मण से आग्रह किया कि वे अपना अनशन वापस लें और सरकार से बातचीत करें.
वहीं आपको बता दें कि लक्ष्मण हाके ने इस पर कहा, ''हमें ओबीसी आरक्षण और सगेसोयारी को लेकर स्पष्ट स्टैंड लेना चाहिए. सामाजिक रूप से पिछड़े तत्वों में हमारे भविष्य को लेकर भ्रम पैदा हो गया है. मैं कोई बड़ा आदमी नहीं हूं, हम दोनों आम लोग हैं.'' लक्ष्मण हाके ने आगे कहा, ''आप किसी भी सरकारी अधिकारी या कलेक्टर के माध्यम से हमें एक बयान भेज सकते हैं. हमारे सभी नेताओं और गांव के लोगों को एक साथ बैठना चाहिए और जालना जिले के कुछ लोगों को एक साथ बैठकर चर्चा करनी चाहिए. भूख हड़ताल तब तक खत्म नहीं होगी.''
आंदोलन की पृष्ठभूमि और सामाजिक प्रभाव
लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे के इस आंदोलन का मूल उद्देश्य ओबीसी आरक्षण को सुरक्षित रखना है. राज्य में ओबीसी आरक्षण को लेकर चल रही उथल-पुथल के बीच, यह आंदोलन महत्वपूर्ण है. ओबीसी समुदाय के अधिकारों और आरक्षण को सुरक्षित रखने की मांग को लेकर ये दोनों नेता अडिग हैं. महाराष्ट्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और आश्वासनों के बावजूद, लक्ष्मण हाके और वाघमारे का कहना है कि जब तक सरकार स्पष्ट और ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक वे अपनी भूख हड़ताल जारी रखेंगे. उनका यह आंदोलन सरकार के लिए एक चुनौती बना हुआ है.
बैठक का महत्व
इसके अलावा आपको बता दें कि आज शाम सह्याद्रि में होने वाली बैठक में सरकार के वरिष्ठ नेता और अधिकारियों के साथ ओबीसी आरक्षण पर विस्तृत चर्चा होगी. इस बैठक का परिणाम इस आंदोलन की दिशा को तय करेगा. सरकार के निर्णय और आश्वासन पर निर्भर करेगा कि लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे अपनी भूख हड़ताल खत्म करेंगे या नहीं.
HIGHLIGHTS
- OBC नेता की भूख हड़ताल नौ दिन से जारी
- लक्ष्मण हाके ने आंदोलन खत्म करने पर दिया ये बड़ा बयान
- भूख हड़ताल पर बैठे OBC नेता से शिंदे गुट ने की मुलाकात
Source : News Nation Bureau