महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) जब से दो गुटो में बंटी है, तब से राज्य में सियासी दांवपेंच तेजी से बढ़ रहे हैं. दोनों ही गुट अपने कुनबे को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. शरद पवार और अजित पवार गुट के नेता राज्य में संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी के नेताओं को अपने पाले में लाने के लिए मुलाकात कर रहे हैं. बुधवार को दोनों गुटों के नेताओं ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक से मुलाकात की. वहीं डिप्टी सीएम अजित पवार खुद मलिक से मिलने उनके घर पर पहुंच गए. इसके बाद अजित गुट के छगन भुजबल ने भी मलिक से मुलाकात की.
ये भी पढ़ें: Gyanvapi Case: क्या अदालत के बाहर सुलझ सकता है मामला? हिंदू पक्ष के प्रस्ताव पर मुस्लिम पक्ष जल्द देगा जवाब
दूसरी ओर शरद पवार गुट से नेता अनिल देशमुख ने भी मलिक से मुलाकात की. गौरतलब है कि नवाब मलिक (64 साल) को बीते सप्ताह सुप्रीम कोर्ट से मेडिकल के आधार पर अंतरिम जमानत दी गई. वे मनी लॉन्ड्रिंग के केस में बीते साल से जेल में बंद थे. सोमवार को मलिक को मुंबई के एक निजी अस्पताल से छुट्टी मिली है. वे दो माह की अंतरिम जमानत पर हैं. ईडी ने मलिक को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से मलिक का मई 2022 से किडनी से जुड़ी बीमारी को लेकर निजी अस्पताल में इलाज जारी है.
राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचे ज्येष्ठ नेते, माजी मंत्री, आमदार श्री. @nawabmalikncp जी यांची त्यांच्या निवासस्थानी सदिच्छा भेट घेतली; प्रकृतीची विचारपूस केली. pic.twitter.com/dF86oAA630
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) August 16, 2023
डिप्टी सीएम अजित पवार ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नवाब मलिक से उनके आवास पर बैठक की. उनके स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ली. अजित के साथ उनके गुट के नेता उनसे मिलने पहुंचे. बाद में मंत्री छगन भुजबल ने ट्वीट करके बताया कि वे भी नवाब मलिक से उनके घर पर मिले. उन्होंने इसकी तस्वीर भी शेयर की. आपको बता दें कि भुजबल, डिप्टी सीएम अजित पवार की अगुवाई वाले एनसीपी गुट के नेता है. भुजबल उन 9 विधायकों में से एक थे, जिन्होंने 2 जुलाई को एनसीपी में बगावत की. भाजपा सरकार में मंत्री बनाए गए थे.
HIGHLIGHTS
- दोनों गुटों के नेताओं ने नवाब मलिक से मुलाकात की
- मनी लॉन्ड्रिंग के केस में बीते साल से जेल में बंद थे
- सोमवार को मलिक को मुंबई के एक निजी अस्पताल से छुट्टी मिली