Maharashtra Politics: राज ठाकरे ने जावेद अख्तर की प्रशंसा की, कहा- धर्मांध नहीं, धर्माभिमानी हिंदू चाहिए...

Maharashtra Politics : मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित रैली में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को लोगों को गुढ़ी पाडवा की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि आज शिवतीर्थ का हर कोना भरा है.

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Deepak Pandey
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Raj Thackeray

Raj Thackeray( Photo Credit : File Photo)

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Maharashtra Politics : मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित रैली में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को लोगों को गुढ़ी पाडवा की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि आज शिवतीर्थ का हर कोना भरा है. किसी ने कहा कि खत्म हो चुकी पार्टी है, जिसने बोला था उसका क्या हुआ? राजनीतिक खेल पिछले कुछ दिनों से देख रहा है. शिवसेना और धनुष बाण को लेकर तुम्हारा है या मेरा है ये शुरू था वो देखकर दुख हुआ. जिस शिवसेना के साथ मैं बड़ा हुआ, मेरे सीने पर बाघ की तस्वीर थी. राजनीति में बाल ठाकरे के अंदर काम करते हुए आया. जब मैं बाहर हुआ तो मैंने कहा था कि मेरा विवाद मेरे विट्ठल (बाल ठाकरे) से नहीं बल्कि उनके आसपास के भड़वों के साथ था. 

राज ठाकरे ने आगे कहा कि 2006 में जब पार्टी बनाई तब इसी शिवाजी पार्क में कुछ चीजें मेरे खिलाफ फैलाई गई थीं कि राज ठाकरे को शिवसेना चाहिए और शिवसेना प्रमुख का पद चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं था. एक दिन मैं उद्धव के पास गया और कहा कि बाहर चलो मैं उनके साथ ओबरॉय गया. मैंने उनसे कहा कि तुमको मुख्यमंत्री, पक्ष प्रमुख बनना है तो उन्होंने कहा कि हां बनना है. मैंने बाला साहब को कहा कि सब ठीक हो गया है. उन्होंने कहा कि उद्धव को बुलाओ, लेकिन उद्धव बिना बाला साहब से मिले निकल गए. नारायण राणे भी बाहर ना गए होते. मैंने नारायण राणे को फोन करके बुलाया, लेकिन बाला साहब ने फोन करके कहा कि मत बुलाओ उनके पीछे कुछ बोल रहे हैं.  

उन्होंने कहा कि मैं नवंबर में बाहर निकला और फरवरी में लोग कहने वाले की पार्टी बनाओ. आज जो राजनीति शुरू है, अगर बाला साहब होते तो ये हुआ होता क्या? जब फडणवीस को लेकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कहा कि अगला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तो आपने क्यों आक्षेप नहीं लिया. पार्टी छोड़कर अलीबाबा और चालीस जन गए. कोरोना में किसी से नहीं मिले और अचानक बाहर निकलने लगे.

राज ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे से सिर्फ इतना कहा कि महाराष्ट्र के लिए काम करें, सिर्फ उद्धव ठाकरे जहां सभा ले रहे हैं वहां जाकर सभा लेते मत बैठो. शाम को मुंबई देखो तो पता नहीं चलता कि मुंबई है या डांस बार है. सुशोभीकरण के लिए 1700 करोड खर्च किए. जिस महाराष्ट्र ने अब तक दूसरों को जागरूक किया, लेकिन आज महाराष्ट्र को जागरूक करने की जरूरत है.

उन्होंने आगे कहा कि नया उद्योग नहीं आ रहा है, बेरोजगारी आ गई है. लोग सरकार के ऊपर देख रहे हैं और सरकार कोर्ट को देख रही है. अगर लगाना है तो अभी चुनाव हो जाने दो सब पता चल जाएगा. हिंदू के तौर पर कैसे देखते हो? मुझे धर्मांध हिंदू नहीं, धर्माभिमानी हिंदू चाहिए. मुझे मुस्लिम में जावेद अख्तर जैसे आदमी चाहिए, जिसने पाकिस्तान में जाकर सुनाया. 

राज ठाकरे ने एक पत्र पढ़ा, जिसमें सांगली में खेलने वाले मैदान में मुस्लिम का कब्जा हो रहा है. मैंने पिछली बार मस्जिद पर से लाउड स्पीकर बंद करने के लिए कहा, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मस्जिदों में आवाज बढ़ रही है. साथ ही हमारे एमएनएस के लोगों के ऊपर दर्ज केस वापस ले. सरकार को बताना और दिखाना है जिस पर सरकार का दुर्लक्ष्य है. जो इस देश के संविधान मान वाले मुस्लिम हैं, उनसे पूछता हूं कि क्या आपको मान्य है? 

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उन्होंने आगे कहा कि सीएम, डीसीएम, बीएमसी कमिश्नर से कहूंगा कि इस पर कार्रवाई करें. समंदर के भीतर माहिम में नया हाजी अली बनाया जा रहा है. सभी अधिकारियों से मेरा आह्वान है कि अगर एक महीने में नहीं तोड़ा तो ठीक बगल में गणपति का सबसे बड़ा मंदिर बनाउंगा. आप लोगों के आंखो के सामने ये सब हो रहा है. मुस्लिम समाज को ये मान्य है क्या? कैसी दरगाह है, किसकी समाधी है? राम नवमी जोरदार मनाओ. 6 जून को छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक को 350 साल पूरा हो रहा है, वहां मैं खुद जाउंगा.

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