Maharashtra Politics : महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक हालात बदल रहे हैं. एनसीपी के नेताओं का जिस तरीके से बयान आया है और अजीत पवार का पुणे से सुरक्षा छोड़कर अचानक गायब होना, यह सब कहीं ना कहीं अब नए राजनीतिक संकेत की तरफ इशारा दे रहे हैं. अजीत पवार अब देवेंद्र फडणवीस से मिलने पहुंचे हैं. किसानों के मुद्दे पर दोनों नेताओं की मुलाकात थी, लेकिन अंजली दमानिया के ट्वीट ने सियासी हलचल तेज कर दी है. (Maharashtra Politics)
सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया ने कहा कि भाजपा के साथ अजीत पवार जा सकते हैं. हालांकि, अजीत पवार ने इसे बेबुनियाद बताया और इसे किसानो से जुड़े मुद्दे पर मीटिंग बताई है. लेकिन इसके पीछे की कुछ कहानी अजीत पवार और एनसीपी के राजनीतिक बदलाव की तरफ इशारा कर रही है. यही वजह है कि उद्धव ठाकरे और संजय राऊत शरद पवार से मिलने उनके घर सिल्वर ओक पहुंच गए. (Maharashtra Politics)
एक तरफ जहां ईडी की चार्जशीट से अजित पवार का नाम हटा दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ पिछले हफ्ते शरद पवार ने कांग्रेस के जेपीसी करने की मांग का विरोध दर्ज कराया और जेपीसी नहीं कराने की सलाह दी है. पिछले हफ्ते अजित पवार अचानक से फोन बंद करके अपने दौरे को बीच में छोड़कर कुछ घंटों के लिए गायब हो गए थे. इसके कुछ दिनों के भीतर बीजेपी और एनसीपी ने गठबंधन करके एपीएमसी मार्केट अपने कब्जे में ले लिया. (Maharashtra Politics)
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उद्धव ठाकरे गुट के संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना का गठबंधन फेविकोल का जोड़ है. ना टूटेगा, ना झुकेगा. सावरकर स्मारक के प्रमुख रंजीत सावरकर ने यह कहकर घेरा कि वीर सावरकर को कांग्रेस ने हमेशा अपमानित किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि अजीत पवार बीजेपी में नहीं जाएंगे, लेकिन उन्होंने बीजेपी-NCP के स्थानीय स्तर पर अलाइंस पर नाराजगी जताई है. (Maharashtra Politics)