Maharashtra NCP Crisis : महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना और एनसीपी दो गुटों बंट गई है. शिवसेना के एक गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे हैं तो दूसरे गुट के सीएम एकनाथ शिंदे. उसी तरह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के एक गुट में शरद पवार हैं तो दूसरे में अजित पवार. एकनाथ शिंदे और अजित पवार से मुकाबले के लिए शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने रणनीति तैयार कर ली है. इस रणनीति के तहत अब वे आगे का कार्य करेंगे. शरद पवार एक बार फिर कार्यकर्ताओं और समर्थकों को एकजुट करने के लिए सड़कों पर उतर गए हैं तो वहीं उद्धव ठाकरे भी आज से रैली और सभा करेंगे.
अजित पवार की बगावत के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार अब अपने वर्करों को एकजुट करने के लिए राज्य भ्रमण में निकल पड़े हैं. उन्होंने शनिवार को नासिक में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह रैली किसी पर कोई आरोप लगाने के लिए नहीं है. मैं यहां आप सभी (येओला के लोगों) से माफी मांगने आया हूं. मेरा फैसला गलत था, आपने मुझ पर विश्वास किया और मेरी पार्टी को वोट दिया, लेकिन मेरा फैसला (येवला से छगन भुजबल को विधायक बनाने का) विफल रहा. अत: आपसे क्षमा मांगना मेरा कर्तव्य है. अगली बार जब मैं दोबारा यहां आऊंगा तो वादा करता हूं कि गलती नहीं दोहराऊंगा.
यह भी पढ़ें : IMD Rainfall Alert: दिल्ली NCR में बारिश, इन राज्यों में IMD का अलर्ट, जानें मौसम का अपडेट्स
वहीं, उद्धव ठाकरे भी आज से पार्टी को मजबूत करने और अपने कार्यकर्ताओं को एकत्रित करने के लिए राज्य के दौरे पर निकलेंगे. मातोश्री में पिछले दिनों पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं की हुई बैठक में यह सहमति बनी थी. आपको बता दें कि शिवसेना में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी है. इसके बाद शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई और खुद मुख्यमंत्री बन गए. अब यही हाल एनसीपी में है. अजित पवार अपने विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए और खुद डिप्टी सीएम बन गए.