नासिक के पंचवटी में गोदावरी का जलस्तर काफी नीचे आया है जिसके बाद पंचवटी का जीवन एक बार फिर से सामान्य होने की तरफ बढ़ रहा है. लेकिन बीते 4 दिनों से गोदावरी में डूबे दुकानों का काफी नुकसान हुआ है जहां दुकानदार एक बार फिर से अपने जीवन को पटरी पर लाने की कवायद में लग गए हैं. महाराष्ट्र के नासिक में बाढ़ के कारण जबरदस्त तबाही मची है... नाशिक का पंचवटी इलाका बीते 4 दिनों से गोदावरी नदी के जल तांडव में डूबा हुआ है... हालांकि बीते कुछ घंटों उसे बारिश रुकी हुई है और गोदावरी का जलस्तर जो है पहले की तुलना में काफी कम हुआ है... पंचवटी के हनुमान घाट पर महाबली हनुमान जी की यह मूर्ति जो कल तक गोदावरी नदी में डूबी दिखाई दे रही थी आज जलस्तर कम होने की वजह से दिखने लगी है.
पंचवती में गोदावरी नदी का जलस्तर काफी नीचे आया है. जो दुकान और मकान कल तक डूबे हुए थे वहां से पानी निकल चुका है लेकिन तबाही की तस्वीर आज भी यहां साफ दिखाई दे रही है. ये पंचवती का बृजवासी होटल है जो 50 साल से यहां है. दुकानदार 4 दिन बाद नुकसान का जायजा लेने यहां आए हैं. दुकान में साफ सफाई की जा रही है ताकि जल्द से जल्द जनजीवन को पटरी पर लाया जा सके. होटल बृजवासी की तरह ही होटल वैष्णव भी बीते 4 दिनों से नदी की बाढ़ में डूबा हुआ था. यहां भी साफ सफाई चल रही है. होटल मालिक की माने तो हर साल बाढ़ में इन लोगों का लाखों का नुकसान हो जाता है वहीं प्रशासन की तरफ से इन लोगों को कोई मदद नही दी जाती.
पंचवटी के राम घाट, लक्ष्मण घाट और सीता कुंड से गोदावरी का पानी उतर चुका है लेकिन हनुमान घाट से पानी अभी पूरी तरह से नही उतरा है. गोदावरी में आयी बाढ़ ने दर्जनों मंदिरों को अभी भी डुबाया हुआ है. एक तरफ जहां लोग दुकानों की साफ सफाई कर जीवन सामन्य करने की कोशिश में लगे हैं तो वहीं दूसरी तरफ नाशिक जिला में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने जो रेड अलर्ट जारी किया है वो अभी भी चिंता का कारण बना हुआ है.
Source : Pankaj R Mishra