बॉम्बे हाईकोर्ट की चेतावनी के बाद महाराष्ट्र के डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है। शनिवार सुबह सभी रेसिडेंट डॉक्टर 6 दिन बाद काम पर लौटे। एक डॉक्टर ने कहा कि हमारी मांगे सरकार ने मान ली है।
हड़ताल के कारण पांच दिनों में करीब 135 मरीजों की मौत हो गई थी।
हाईकोर्ट ने शुक्रवार को हड़ताली डॉक्टरों को कड़ी चेतावनी दी थी। कोर्ट ने अपने आदेश के अनादर पर गंभीर रुख अपनाते हुए महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेसिडेंट डॉक्टर्स (मार्ड) को कड़ी चेतावनी दी कि या तो चिकित्सक ड्यूटी पर लौटे या सेवा समाप्ति की कार्रवाई का सामना करें।
हाईकोर्ट ने गुरुवार को हड़ताली डॉक्टरों को काम पर लौटने के साथ सरकार से जरूरी मांगे पूरी करने के लिेए कहा था। चीफ जस्टिसमंजुला चेल्लुर और जस्टिस जी.एस. कुलकर्णी ने कहा कि चिकित्सक हमारी सहानुभूति का और हमारा अनुचित फायदा उठा रहे हैं।
खंडपीठ ने कहा, 'यदि डॉक्टर मामले को इसी तरह आगे बढ़ाते रहेंगे तब जनता आएगी और आप को मारेगी। आप लोग इसी तरह का माहौल बना रहे हैं।'
उन्होंने साफ कहा कि यदि चिकित्सकों का यह दृष्टिकोण जारी रहा तो अस्पताल प्रबंधन उनके खिलाफ कार्रवाई करने को स्वतंत्र है। इसमें सेवा समाप्ति भी शामिल है।
पीठ ने कहा, 'हमारा मानना है कि हमने बीते रोज आप के प्रति सहानुभूति दिखाकर और आपके कार्य की प्रशंसा करके एक गलती कर दी।'
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कोर्ट से कहा कि बीते पांच दिनों में चिकित्सकों के आंदोलन की वजह से मुंबई के सरकारी अस्पतालों में 135 मरीजों की जान जा चुकी है। इसमें आपातकालीन सुविधाओं के नहीं मिलने से केईएम में 53, सायन एलटीएमजी में 48 और नायर में हुई 34 मौतें शामिल हैं।
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(इनपुट IANS से)
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र में रेसिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, शनिवार सुबह काम पर लौटे
- बॉम्बे हाईकोर्ट ने डॉक्टरों को दी थी चेतावनी, सरकार ने डॉक्टरों की मांग पूरी की
- हड़ताल के कारण 5 दिनों में करीब 135 मरीजों की मौत हुई है
Source : News Nation Bureau