शिवसेना नेता संजय राउत ने ईडी पूतछाछ को लेकर कहा कि उनके मन में शंका थी, टाइमिंग की थोड़ी समस्या है कि यही टाइमिंग क्यों रखी। 10 घंटे तक मैं उनके साथ रहा, अधिकारी बहुत अच्छे से मेरे साथ पेश आए। मैंने सभी प्रश्नों का उत्तर दिया। मैंने उन्हें कहा कि अगर आपको लगता है कि मुझे वापस आना चाहिए तो मैं फिर आ जाऊंगा. राउत ने कहा कि इस देश का एक ज़िम्मेदार नागरिक, सांसद होने के नाते मेरा ये कर्तव्य है कि जब देश की कोई भी जांच एजेंसी मुझे बुलाती है तो मैं उनके समक्ष जाकर बयान दूं। मुझे बुलाया गया, लोगों के मन में कुछ शंका है कि ये राजनीतिक दबाव में हुआ है, ऐसी कोई बात नहीं है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि शिंदे शिवसेना के सीएम नही हैं। उन्होंने अपने नेता को फंसाया है। उन्हें परेशान किया है। वो बीजेपी के इशारे पर चल रहे हैं, फिलहाल जनता में भ्रम पैदा करने की कोशिश शुरू है। शिवसेना को खत्म करने की कोशिश शुरू है। लेकिन मुंबई में शिवसेना का ही झंडा दिखाई पड़ेगा, मुझे भी हराने का प्रयास किया गया। अगर मैं हार भी गया होता तो भी मैं शिवसेना नही छोड़ता।
राउत ने कहा कि जहां ठाकरे वहीं शिवसेना है। , उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी कई बार टूटी, जाने वालों ने कहा कि हम गांधी के विचारों के हैं। लेकिन असली कांग्रेस तो इंदिरा गांधी वाली ही थी। देवेंद्र फडणवीस के नाम के पहले उप लगाना मुझे ठीक नही लग रहा है। सभी शिवसैनिक शिवसेना के साथ हैं उद्धव ठाकरे के साथ हैं. देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते में ईडी के सामने गया था और बयान दिया। भले ही लोग कुछ भी समझें। दस घंटे तक मुझसे पूछताछ हुई। अगर दोबारा बुलाएंगे तो मैं फिर जाऊंगा। कल भी मैं उद्धव जी की मीटिंग में नहीं था, कल श्रीकांत शिंदे भी बैठक नही आये।
Source : News Nation Bureau