Maharashtra NCP Crisis : महाराष्ट्र में चाचा भतीजे की राजनीतिक लड़ाई जगजाहिर हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) दो गुप में बंट गई है. एक गुट चाचा है तो दूसरा भतीजे का... इस राजनीतिक लड़ाई की मुख्य वजह पटना में विपक्षी दलों की बैठक में शरद पवार का शामिल होने और सुप्रिये सुले को एनसीपी कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करना है. इस बीच एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को एनसीपी के बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन लेने का बड़ा ऐलान कर दिया है.
इस वक्त महाराष्ट्र में शरद पवार (Sharad Pawar) और अजित पवार (Ajit Pawar) का मतभेद खुलकर सामने आ गया है. पिछले दिनों अजित पवार अपने समर्थक विधायकों और एमएलसी के साथ शिंदे फडणवीस सरकार में शामिल हो गए और खुद डिप्टी सीएम बन गए. साथ ही उनके 8 एमएलए को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इसके बाद भतीजे ने पार्टी एनसीपी पर भी दावा कर दिया है. हालांकि, पार्टी विधायकों की संख्या में अतिज पवार आगे चल रहे हैं. अब तो ये समय ही बताएगा कि पार्टी का असली अध्यक्ष कौन है.
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भतीजे की बगावत पर शरद पवार ने भी एक्शन लेते हुए अजित पवार को पार्टी से बर्खास्त कर दिया. इसके बाद अजित पवार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर खुद काबिज हो गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि शरद पवार 84 साल के हो गए हैं, वो अब कब रिटायर्ड होंगे. इसके जवाब में शरद पवार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों को दोहराते हुए कहा कि ना टायर्ड हूं, न रिटायर्ड हूं. पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सभी बागियों को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा.