महाराष्ट्र में शिवसेना के दोनों ग्रुप के भीतर कई जगहों पर झगड़े के विजुअल और तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं. मुंबई थाने पुणे जैसी जगहों पर लगातार इस तरीके से तस्वीरें आने के बाद उद्धव ग्रुप के नेता डीजीपी ऑफिस पहुंचे और वहां पर डीजीपी से इस मामले में शिकायत दर्ज की थी. उनके लोगों के ऊपर सरकार के दबाव में कार्रवाई की जा रही है. शिवसेना के उद्धव ग्रुप के नेता डीजीपी से मुलाकात करने पहुंचे। वहां पर उन्होंने डीजीपी को ज्ञापन दिया. ज्ञापन देते समय सांसद अरविंद सावंत , सांसद विनायक राऊत, विधान परिषद सदस्य नीलम गोरे ,मनीषा कायंदे, सचिन अहिर जैसे नेता मौजूद रहे। सभी ने पुलिस को दिए निवेदन के बाद आरोप लगाया कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है सरकार के दबाव में उनके नेताओं के खिलाफ गलत और गंभीर धाराएं लगाई जा रही हैं.
शिवसेना नेता नीलम गोरे ने आरोप लगाया कि उन पुलिसवालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई जो पुलिस वाले बिना परमिशन के शिंदे ग्रुप के विधायकों के साथ सूरत और गुवाहाटी गए. वहीं दूसरी तरफ शिवसेना के इन आरोपों का जवाब बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर नदिया प्रवीण दरेकर ने शिवसेना के उद्योग रूप के ऊपर तंज कसते हुए कहा कि नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली यानी जब उद्धव सरकार के तरफ से कार्रवाई की जा रही थी और बीजेपी के नेताओं को जानबूझकर फंसाया जा रहा था. तब इन लोगों को नहीं दिखाई दिया क्योंकि उस समय नारायण राणे के ऊपर हो नितेश राणे के ऊपर हो मेरे ऊपर हो और रवि राणा के ऊपर हो यह सब जो कार्रवाई की जा रही थी तब शिवसेना के नेता कहां थे.
लेकिन जिस तरीके से सड़क तक आपस में भिड़ने का मामला सामने आ रहा है उससे एक बात साफ है कि पुलिस की चुनौतियां आगे बढ़ने वाली हैं. क्योंकि सामने महानगर पालिकाओं के चुनाव है और ऐसे में शिवसेना के दोनों ग्रुप एक दूसरे के आमने सामने आएंगे.
Source : Abhishek Pandey