Maharashtra News: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सुप्रीमो शरद पवार के उस बयान की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने राज्य में मणिपुर जैसी अशांति फैलने की आशंका जताई थी. शरद पवार ने नवी मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि राज्य में लोगों को एकता बनाए रखने की जरूरत है. इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राज ठाकरे ने कहा, ''वह महाराष्ट्र में आखिर क्या चाहते हैं? क्या वह यहां मणिपुर जैसे हालात चाहते हैं? उन्हें महाराष्ट्र को दूसरा मणिपुर बनने से बचाने में भूमिका निभानी होगी.''
शरद पवार की टिप्पणियां और उनके निहितार्थ
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने नवी मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, ''देश में हालात बदलने की जरूरत है. इसके लिए जाति, वर्ण, धर्म सभी को एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है. इसके लिए यह एकता परिषद महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.'' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम ने मणिपुर में कदम नहीं रखा और उसी तरह महाराष्ट्र में भी कई जगह दंगे होंगे, ऐसे हालात पैदा हो गए हैं, लेकिन हमारा राज्य प्रगतिशील है, यह छत्रपतियों का राज्य है. यहां कोई दंगा नहीं होगा. वहीं शरद पवार ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अभी तक हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा नहीं किया है और प्रभावित लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए पीएम की ओर से कोशिशों की कमी दिखाई दे रही है.
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बीजेपी का पलटवार
शरद पवार के इस बयान पर महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा, ''शरद पवार चुनाव से पहले दंगा कराने की भाषा बोल रहे हैं, यह ठीक नहीं है. लोग बुद्धिमान हैं. न कभी ऐसी स्थिति थी और न ही कभी होगी कि महाराष्ट्र के लोग दंगे की हद तक जाएंगे.''
राजनीतिक सरगर्मी और राज्य की स्थिति
आपको बता दें कि शरद पवार के बयान और उस पर राज ठाकरे की प्रतिक्रिया ने महाराष्ट्र की राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा दिया है, जहां एक ओर शरद पवार ने राज्य में एकता बनाए रखने की अपील की, वहीं दूसरी ओर राज ठाकरे ने उनके बयान को राज्य में अस्थिरता फैलाने की कोशिश बताया. इसके विपरीत बीजेपी ने पवार के बयान को चुनावी रणनीति करार दिया.