मुंबई के नायर हॉस्पिटल में एक कर्मचारी की लापरवाही की वजह से 32 वर्षीय राजेश मारू की दर्दनाक मौत हो गई। राजेश नाम के इस श़ख्स की मौत एमआरआई मशीन में फंसकर हुई।
पुलिस ने इसे लापरवाही का मामला मानते हुए धारा 304 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना में मारे गए राजेश मारू के परिजनों को 5 लाख़ रूपये देने की घोषणा की है।
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि मृतक राजेश मारू अपनी मां का एमआरआई कराने हॉस्पिटल पहुंचा था। एक कर्मचारी ने मारू से ऑक्सीजन सिलेंडर एमआरआई मशीन के पास लाने को कहा। जिसके बाद राजेश को एमआरआई मशीन ने ऑक्सीजन सिलेंडर समेत अंदर खींच लिया।
चुंबकीय बल की वजह से राजेश मशीन में फंसा रह गया, जबकि मशीन के दबाव से सिलेंडर का ढक्कन खुल गया। ढक्कन खुलते ही ऑक्सीजन गैस राजेश के शरीर में भर गई, जिससे उनका पेट फूलने गया और आंखें बाहर आ गई।
क्या कहते हैं परिजन
मृतक राजेश मारू के जीजा हरीश सोलंकी ने मीडिया को बताया, 'जब मरीज को एमआरआई के लिए ले जाया जा रहा था तो रूम के बाहर खड़े कर्मचारी ने शरीर से घड़ी और सोने की चैन उतरवा ली थी लेकिन मरीज को दिया जा रहा ऑक्सीजन सिलिंडर अंदर ले जाने को कहा।'
हरीश ने कहा, 'उन्होंने विरोध किया लेकिन साथ में आए वार्ड ब्यॉय ने बताया कि अभी मशीन बंद है। उसके बाद जैसे ही राजेश कमरे में अंदर गया मशीन ने सिलिंडर को पकड़े हुए राजेश को अपनी तरफ खींच लिया। दबाव की वजह से सिलिंडर का ढक्कन खुल गया और पूरी गैस राजेश के पेट मे चली गई।'
हरीश ने बताया कि उन्होंने वार्ड ब्यॉय के साथ मिलकर उसे खींचना चाहा, लेकिन तब तक उसकी आंखें बाहर आ चुकी थी। बाद में उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद इस मामले में धारा 304 के तहत एफआईआर दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। इस पूरे मामले को लेकर अग्रिपाड़ा पुलिस जांच कर रही है। पुलिस मृतक के रिश्तेदारों के अलावा अस्पताल के वार्ड बॉय और टेक्नीशियन से भी पूछताछ कर रही है।
Source : News Nation Bureau