शिक्षा और नौकरी में आरक्षण के साथ अपनी कई मांगों के समर्थन में महाराष्ट्र का मराठा समुदाय आज मुंबई में सड़कों पर उतरा हुआ है। भायखला जू से आजाद मैदान तक हजारों की तादाद में मराठा समुदाय के लोगों का मार्च शुरू हो चुका है।
मार्च के आयोजक मराठा क्रांति मोर्चा का दावा है कि इस मार्च में प्रदेशभर से करीब 6 लाख मराठा शामिल होंगे। पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में भी महाराष्ट्र के तमाम जिलों में मराठा समुदाय के लोगों ने लाखों की तादाद में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। मार्च में बड़ी तादाद में युवा शामिल हैं जिसमें महिलाओं की भी अच्छी-खासी तादाद है। मार्च के रूट से लगे मार्गों पर ट्रैफिक जाम हो चुका है।
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महाराष्ट्र की कुल आबादी में करीब 33 प्रतिशत मराठा हैं। 2014 में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार ने मराठा समुदाय के लिए 16 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया था लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि मराठाओं को पिछड़े वर्ग में नहीं गिना जा सकता।
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय राजनीतिक तौर पर काफी प्रभावशाली है। कोई भी राजनीतिक दल इनकी नाराजगी मोल नहीं लेना चाहेगी यही वजह है कि सूबे की देवेंद्र फडणवीस सरकार के लिए इस आंदोलन से निपटना चुनौती बन गई है।
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Source : News Nation Bureau