मिलिंद देवड़ा ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे के बाद पार्टी के तीन सीनियर नेताओं की एक कमेटी बना कर सामूहिक रूप से मुंबई कांग्रेस और विधानसभा चुनाव की तैयारियों का काम देखने की सिफारिश की है. देवड़ा कांग्रेस में राष्ट्रीय राजनीति का हिस्सा बनने के लिए दिल्ली का रुख कर सकते हैं. देवड़ा का मानना है कि बीजेपी -शिवसेना के अलावा वंचित आघाड़ी के साथ गठबंधन महाराष्ट्र में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती है.
Mumbai Congress President Milind Deora tenders his resignation from his post. He has also proposed a three member panel to lead Mumbai Congress for the upcoming Maharashtra Assembly elections. (file pic) pic.twitter.com/aPmfaF1LCt
— ANI (@ANI) July 7, 2019
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26 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में बैठक के बाद मिलिंद ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी. मिलिंद के ऑफिस से जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस बारे में उन्होंने राज्य प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, के. सी. वेणुगोपाल के अलावा महासचिवों और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को इस बारे में जानकारी दी थी. मिलिंद का इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के प्रति सामूहिक मजबूती दिखाने के लिए है, जिसमें राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है.
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इस्तीफे की पेशकश के बावजूद मिलिंद ने 4 जुलाई को राहुल गांधी की मुंबई यात्रा की पूरी तैयारी का इंतजाम किया. देवड़ा को लोकसभा चुनाव के ठीक एक महीने पहले मुंबई कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. चुनाव की तैयारियों के लिए यह समय काफी कम था. देर से जिम्मेदारी मिलने की वजह से मिलिंद को चुनाव में तैयारियों के लिए काफी कम समय मिला. सभी को जोड़ने की कोशिश अपने छोटे से कार्यकाल में मिलिंद ने पार्टी को एकजुट करने के अलावा सिर्फ एक नाम की राजनीति को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई.
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उन्होंने इसके अलावा सभी भाषा, धर्म व विचारधारा के लोगों को पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया. तमाम मुश्किलों व चुनौतियों के बावजूद मिलिंद के नेतृत्व में कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना के सामने कड़ा मुकाबला पेश करने में कामयाब रही. मुंबई कांग्रेस में देवड़ा का कोई विकल्प नहीं होने के बावजूद ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी और राज्य प्रभारी के अलावा सचिवों ने मिलिंद के सुझाए गए नेताओं की कमेटी को बनाने पर विश्वास जताया है. देवड़ा ने हमेशा से पार्टी के एक सच्चे वफादार के रूप में काम किया है. अब वे पार्टी के लिए राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं.
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इस बारे में मिलिंद ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद राजनीतिक सच्चाई बदल गई है. उन्होंने कहा कि हमें जरूरत के हिसाब से नई भूमिका के लिए तैयार रहना होगा. मिलिंद ने कहा कि मैंने पार्टी हित में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था. मुझे लगा कि राहुल गांधी से मिलने के बाद मुझे भी अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. मैंने पार्टी हित में मुंबई कांग्रेस के लिए तीन सीनियर नेताओं की कमेटी बनाने का सुझाव दिया है. मिलिंद ने कहा कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए वे राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वे मुंबई कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की मदद के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे.
HIGHLIGHTS
- मिलिंद देवड़ा ने दिया इस्तीफा
- महाराष्ट्र कांग्रेस पद को छोड़ा
- राष्ट्रीय राजनीति में निभाएंगे भूमिका