Maharashtra Politics: पुणे में पिछले हफ्ते शरद और अजित पवार की सीक्रेट मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की सियासी तापमान फिर से बढ़ गया है. कांग्रेस के आरोप पर शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने कड़ा जवाब दिया है. सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्हें और उनके पिता शरद पवार को कोई ऑफर नहीं दिया गया है. बता दें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को पुणे में शरद-अजित पवार की मुलाकात एक उद्योगपति के आवास पर हुई थी. दोनों नेताओं के बीच करीब 90 मिनट तक बातचीत हुई थी. बैठक के बाद दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने अजित पवार के जरिए शरद पवार को मोदी सरकार में शामिल होने का न्योता दिया है.
दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने शरद अजित पवार की सीक्रेट मीटिंग पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण के हवाले से एक अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि बीजेपी शरद पवार को केंद्र में लाना चाह रही है और कृषि मंत्री बनाने का ऑफर दिया है. इसके अलावा सांसद सुप्रिया सुले और विधायक जयंत पाटिल को भी मंत्री बनाने की पेशकश की गई है. इस रिपोर्ट के बाद कांग्रेस नेताओं ने शरद पवार से अपना पक्ष साफ करने को कहा है.
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मुझे कहीं से ऑफर नहीं मिला- सुप्रिया सुले
इस पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सामने आकर बोली कि उन्हें ऐसा कोई ऑफर नहीं दिया गया है. पत्रकारों को जवाब देते हुए सुले ने कहा कि उन्हें कहीं से कोई ऑफर नहीं मिला है. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस क्या बोल रही है. पवार साहब और मैंने ना तो कोई बयान दिया है और ना ही हमें कोई ऑफर दिया गया है. यह पूरी तरह से अफवाह है. मैं इस मुद्दे को लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बातचीत करूंगी, क्योंकि संसद में हम कांग्रेस सांसदों के साथ बैठकर रणनीति तैयार करते हैं और राज्य ईकाई इस तरह की बातें करती हैं. राज्य इकाई से बात करना मेरे लिए ठीक नहीं है.
कांग्रेस नेताओं ने उठाए सवाल
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शरद पवार और अजित पवार की गुप्त बैठक पर सवाल खड़े किए. पटोले ने कहा कि एनसीपी चीफ शरद पवार और अजित पवार के बीच होने वाली सीक्रेट मीटिंग मंजूर नहीं हैं. यह हमारे लिए चिंता का विषय है और इस मामले पर कांग्रेस के शीर्ष नेता चर्चा करेंगे. इंडिया गठबंधन भी इस पर चर्चा करेगा.
कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा, शरद पवार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए, उनके इस कदम से निश्चित तौर पर हर किसी के मन में संदेह पैदा हुआ है.
वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अजित पवार के सामने शर्त रखी है कि जब तक शरद पवार साथ नहीं आएंगे, तब तक आप मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे.
बता दें कि महाराष्ट्र में एनसपी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) ने महाअघाड़ी सरकार चलाया था और अभी गठबंधन में हैं. इसके साथ ही ये तीनों दल इंडिया गठबंधन के भी हिस्सा हैं.
Source : News Nation Bureau