मुंबई के पवई इलाके की एक रबर फैक्ट्री में आग लगने की खबर है. घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की 4 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं.
बता दें कि अभी पिछले शुक्रवार को गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत में एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में आग लगने से वहां पढ़ने वाले 23 बच्चों की मौत हो गई थी. इन सभी की उम्र 15 से 22 साल के बीच थी. घटना के समय आर्ट्स कोचिंग में 40 से 45 बच्चे थे. इस मामले में सूरत पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के बिल्डर सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिनके नाम हैं हर्षल वेकरिया, जिग्नेश, और कोचिंग सेंटर के मालिक भार्गव भूटानी.
सूरत में हुई इस घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने लिखा, ' सूरत में भीषण आग की घटना से बेहद दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं मरने वालों के परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैंने गुजरात सरकार को स्थानीय प्रशासन से प्रभावितों को सभी तरह की सहायता मुहैया कराने को कहा है. आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 18 गाड़ियां लगाई गईं.'
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
चार मंजिला कॉम्प्लेक्स में शॉर्ट सर्किट से दोपहर बाद साढ़े तीन बजे आग लगी. कॉम्प्लेक्स में दूसरी और तीसरी मंजिल पर आर्ट क्लासेस चलती हैं. आग ग्राउंड फ्लोर से शुरू हुई. आग देखकर आर्ट क्लास के बच्चे ऊपर की ओर भागे और वहीं फंस गए. फायर ब्रिगेड के आने तक आग बेकाबू हो गई. इसलिए बच्चों ने जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया. नीचे जमा स्थानीय लोगों ने कूद रहे बच्चों को कैच करना शुरू किया, ताकि बच्चों के सिर पर सीधी चोट न आए. इस तरह लोगों ने 11 बच्चों को बचा लिया. जबकि, एक बच्चे को नहीं बचाया जा सका. जो 23 बच्चे नहीं कूद पाए, उनकी झुलसकर जान चली गई.