महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने बुधवार को कहा कि भारी बारिश के दिन मुंबई में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के पास होगा।
भारी बारिश में स्कूल को बंद नहीं करने के निर्णय पर शिक्षा मंत्री की काफी आलोचना की गई थी।
9 जुलाई को भारी बारिश के बावजूद सुबह 7 बजे स्कूल खुल जाने के बाद शिक्षा मंत्री ने स्कूल बंद करने की घोषणा की थी जिसके कारण वे घिरे थे।
शिक्षा मंत्री ने बुधवार को रेलवे, पुलिस, बीएमसी, एमएमआरडीए (मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलेपमेंट ऑथोरिटी) के अधिकारियों के साथ मुंबई में बैठक की।
बैठक के बाद फैसला लिया गया कि बीएमसी की आपदा प्रबंधन ईकाई अब भारी बारिश के दिनों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय ले सकते हैं।
विनोद तावड़े ने कहा, 'बीएमसी की आपदा प्रबंधन ईकाई के अधिकारी भारी बारिश के दिन सुबह 5 बजे बैठक करेंगे और सुबह 6 बजे तक निर्णय करेंगे कि सीबीएसई, आईसीएसई सहित सभी स्कूलों को बंद रखा जाय या नहीं। सभी स्कूलों को निर्देशों को पालन करना होगा।'
इस कदम के पीछे के कारणों को बताते हुए मंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन ईकाई बारिश की अधिकता और इसके कारण शहर के विभिन्न इलाकों में होने वाले जलजमाव को बेहतर जानती है।
गौरतलब है कि बुधवार बारिश रुकन से पहले 10 जुलाई तक पिछले तीन दिनों से मुंबई में लगातार भारी बारिश हो रही थी। जिसके कारण शहर के कई हिस्सों में भारी जलजमाव की समस्या हो गई थी।
तावड़े ने कहा कि राज्य सरकार मॉनसून के संकट से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों की एक समन्वय समिति का भी गठन करेगी।
आपदा प्रबंधन ईकाई के एक अधिकारी के मुताबिक, तावड़ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भारी से भारी बारिश के समय संकट से निपटने के लिए वे लोगों की जरूरी मदद करें।
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Source : News Nation Bureau