महाराष्ट्र के मस्जिदों में लाउडस्पीर पर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की टिप्पणी के बाद अब मामला गर्माता जा रहा है. इस मामले में पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के मुब्रा अध्यक्ष अब्दुल मतीन शेखानी ने मनसे को चेतावनी देते हुए विवादित बयान दिया है. मुंबई से सटे ठाणे ग्रामीण के मुस्लिम बहुल इलाके मुम्ब्रा अध्यक्ष अब्दुल मतीन शेखानी ने एमपी और राजस्थान समेत अन्य प्रदेशों में हुई हिंसा का भी विरोध जताया है. मुम्ब्रा की पुलिस इस मामले में मुम्ब्रा पीएफआई का फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन भी खंगाल रही है.
दिल्ली, यूपी के पीएफआई के नेताओं में अब्दुल मतीन शेखानी किन-किन लोगों के संपर्क में थे और उनके बैंक खाते में क्या पीएफआई के हेडक्वाटर से पैसों का लेनदेन हुआ. और हुआ तो कितना और ये पैसे किस काम में इस्तेमाल हुए, इन तमाम चीजों की इन्वेस्टिगेशन मुम्ब्रा पुलिस कर रही है.
इसके साथ ही 19 फरवरी 2022 के वो वीडियो और उसमें शामिल लोगों एवं 15 अप्रैल 2022 को मस्जिद के सामने हुई तकरीर में शामिल लोगों कौन-कौन हैं, जो शरीक हुए थे इसकी भी जांच की जा रही है. ये भी पता लगाया जा रहा है कि इन 2 वीडियो के अलावा और कितने वीडियो हैं मतीन के जो वायरल हुई है और उसमें मतीन ने क्या बोला है.
पीएफआई मुम्ब्रा के अलावा, कौसा, ठाणे रूरल में और कितने ब्रांच या शाखाएं है, इसकी भी जांच की जा रही है. अब तक अब्दुल मतीन को पुलिस थाने दो बार बुलाया गया, लेकिन मतीन नहीं आए हैं. बताया जा रहा है कि अब्दुल मतीन सोमवार को कोर्ट जाकर बेल ले सकते हैं.
हालांकि, इस मामले में मुम्ब्रा पुलिस मीडिया से बात नहीं कर रही है. बताया जा रहा है कि मुम्ब्रा पुलिस ने 3 टीम बनाई है और कौसा, मुम्ब्रा में कौन-कौन इस संस्था से जुड़ा है, उनका व्यवसाय क्या है, जो युवक जुड़े हैं वो क्या काम करते हैं, सब एंगल पर जांच की जा रही है.
Source : News Nation Bureau