महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) ने नई मुसीबत मोल ले ली है. इस मामले में रत्नागिरी की पुलिस ने नारायण राणे को गिरफ्तार कर महाड़ की अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई है. जिले से सरकारी वकील भूषण साल्वी ने कोर्ट से केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नारायण राणे के लिए 7 दिन की पुलिस हिरासत का देने का अनुरोध किया. सरकारी वकील ने केंद्रीय मंत्री द्वारा सीएम उद्धव ठाकरे की प्रतिष्ठा को कम करने की साजिश का संदेह जताया है. हालांकि, इस मांग को कोर्ट ने ठुकरा दिया है.
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पुलिस ने जब नारायण राणे को कोर्ट पेश किया था, तब कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात था. कोरोना नियमों का हवाला देकर मीडिया को भी कोर्ट के भीतर नहीं जाने दिया गया है. नारायण राणे के समर्थकों की गाड़ियों को भी अदालत से बाहर रोक दिया गया. इसके बाद महाड की अदालत ने सभी पक्षों की बात सुनने के बाद नारायण राणे को जमानत दे दी है. हालांकि, सरकार की ओर से पेश हुए वकील भूषण साल्वी ने नारायण राणे की 7 दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी, जिसे कोर्ट ने रद्द कर दिया. महाड कोर्ट में नारायण राणे की जमानत पर सुनवाई के दौरान उनकी पत्नी और बेटे नितेश राणे भी मौजूद थे.
नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद कोंकण के सिंधुदुर्ग जिले में जो राणे परिवार का गढ़ माना जाता है, 7 दिन की संचार बंदी लगाई गई है. सिंधुदुर्ग जिले के हर तहसील और गांवों में जमाव बंदी के सख्त आदेश दिए गए हैं. नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद सिंधुदुर्ग जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े, इसके लिए राज्य सरकार ने ये निर्णय लिया है.
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आपको बता दें कि इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट से नारायण राणे को बड़ा झटका लगा था. हाईकोर्ट ने रत्नागिरी कोर्ट के आदेश की हार्ड कॉपी मांगी है, जोकि नहीं मिल पाई. इस पर HC ने कहा कि बिना हार्ड कॉपी की सुनवाई संभव नहीं है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ‘थप्पड़ मारने’ की बात कहने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ महाराष्ट्र में विरोध तेज हो गया है. शिवसेना ने नारायण राणे के घर पर जमकर पथराव किया है. इसके बाद बीजेपी और शिवसेना आमने-सामने आ गई.
वहीं, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने ट्वीट कर नाराज़गी जताई. नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है. इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान हैं. हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी.
Source : News Nation Bureau