महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik ) ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दो विषयों को लेकर मुस्लिम संगठनों ने बंद का आह्वान किया था. बंद के दौरान तीन जगहों पर पथराव हुआ, पुलिस ने इस स्थिति को नियंत्रित किया. जो लोग हिंसा में शामिल थे, उन्हें गिरफ्तार करने का काम शुरू कर दिया गया. अमरावती में शनिवार को बंद का आह्वान किया गया था. इस बंद की आड़ में सुनियोजित तरीके से दंगा भड़काने का प्रयास किया गया. पूरे राज्य में दंगा भड़काने की साजिश थी, लेकिन पूरे राज्य की जनता ने ऐसा नहीं होने दिया.
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नवाब मलिक ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आरोप लगाया कि बीजेपी नेता अनिल बोंडे और अन्य नेताओं ने साजिश रची. दंगे की पहली रात को पैसे बांटे गए, युवाओं को शराब बांटकर दंगा कराने की कोशिश की गई. खबर है कि मुंबई से पैसे गए और अमरावती में पैसे बांटे गए, इसकी जांच जारी है. हम विनाशकारी राजनीति का विरोध करते हैं.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता कर रहे हैं कि महाराष्ट्र सरकार को उखाड फेकेंगे. उनको कहना चाहता हूं कि सरकार उखाड़ने का काम नहीं चलेगा, सरकार को जनता चुनती है. रजा अकादमी की इतनी औकात नहीं है कि पूरे राज्य में बंद करवा दे, उनके कुछ मौलाना राजनीतिक दलों के दफ्तरों में घूमते हैं. बीजेपी के नेता आशीष शेलार रजा के ऑफिस में बैठे हैं, उनके साथ घनिष्ठ संबंध हैं. अगर रजा अकादमी दंगों में कोई हाथ होगा तो उसकी जांच होगी, किसी को नहीं बक्शा जाएगा.