प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग के मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के आज प्रदेश में हंगामा तय है. मलिक पर दाउद इब्राहिम के साथ कनेक्शन का आरोप है. नवाब मलिक को कोर्ट ने 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में महाराष्ट्र सरकार मलिक की गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध कर रही है. इसके विरोध में महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ता और नेता आज सड़कों पर उतरेंगे. इसके साथ सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता ईडी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. उधर, भाजपा भी आज नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन करेगी.
भाजपा भी सड़कों पर उतरेगी
महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशभर में इस मामले को लेकर प्रदर्शन करेगी. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने चार माह पहले मलिक पर इस मामले को लेकर आरोप लगाया था. इस बीच, भाजपा ने मलिक का इस्तीफा मांगा, जबकि एनसीपी-शिवसेना ने इनकार किया है. महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक का खुलकर सर्मथन कर रही है. मलिक की गिरफ्तारी के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने सरकारी आवास पर कैबिनेट बैठक की. इसमें तय किया गया है कि मलिक का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा.
छह घंटे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई
ईडी टीम बुधवार सुबह छह बजे उनके घर पहुंची. यहां पर पूछताछ के बाद आठ बजे उन्हें ईडी दफ्तर लाया गया. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छह घंटे पूछताछ के बाद गिरफ्तारी भी हुई. विशेष कोर्ट ने 62 वर्षीय मलिक को 3 मार्च तक ईडी रिमांड पर भेजा गया है.
पवार,उद्धव के करीबी मंत्री हैं निशाने पर
महाराष्ट्र में ईडी के निशाने पर एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ सीएम उद्धव ठाकरे के करीबी मंत्री भी हैं. ईडी ने मार्च 2016 में एनसीपी नेता छगन भुजबल को महाराष्ट्र सदन निर्माण में 100 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. उन्हें दो वर्ष तक जेल में रहना पड़ा. अब वे महाराष्ट्र में कैबिनेट मंत्री हैं. बीते साल नवंबर में ईडी ने एनसीपी नेता अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया था. उन पर बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के जरिए 100 करोड़ रुपए की उगाही का आरोप है.
Source : News Nation Bureau