केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि भारतीय संस्कृति और हिंदू संस्कृति विस्तारवादी नहीं है और पड़ोसी देश भारत (India) से कोई खतरा महसूस नहीं करते, लेकिन वे चीन के बारे में ऐसा नहीं सोचते. भाजपा के वरिष्ठ नेता गडकरी ने कहा कि भारतीय संस्कृति पूरे विश्व का कल्याण चाहती है, जबकि चीन (china) ने विस्तारवाद से अपना प्रभाव बढ़ाया है. गडकरी का यह बयान पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच चल रहे टकराव के बीच आया है.
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भारतीय संस्कृति और हिंदू संस्कृति विस्तारवादी नहीं
उन्होंने कहा, 'भारतीय संस्कृति और हिंदू संस्कृति विस्तारवादी नहीं है. पूरे विश्व का कल्याण चाहना हमारा स्वाभाव है, जो हमारे इतिहास और संस्कृति का हिस्सा रहा है. हम विस्तारवादी नहीं हैं.' गडकरी ने कहा, 'हमारे पड़ोसी जैसे भूटान, नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश को नहीं लगता कि भारत अपनी ताकत के बल पर कभी उन पर आक्रमण या उनकी भूमि पर अतिक्रमण करेगा. हालांकि, चीन को लेकर (ऐसा) विश्वास नहीं है... चीन ने विस्तारवाद के दम पर अपना प्रभाव बढ़ाया है. वे सोचते हैं कि वे सबसे ऊपर हैं और उनकी सोच ताकत के बल पर पूरी दुनिया जीत लेने की है.'
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पूरे विश्व के कल्याण की सोच
केन्द्रीय मंत्री ने कहा, 'लेकिन हमारा देश सबसे बड़े लोकतंत्र, हिंदू संस्कृति, हिंदू धर्म और विरासत के आधार पर पूरे विश्व के कल्याण की सोच रखता है.' गडकरी ने साप्ताहिक विवेक प्रकाशन की पुस्तक 'राम मंदिर टू राष्ट्र मंदिर' के ऑनलाइन विमोचन के दौरान ये बातें कहीं.'