Mansukh Hiren Murder Case : मनसुख हिरेन हत्याकांड में एनआईए (NIA) रविवार को मंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे ( Sachin Waze) को लेकर मीठी नंदी पहुंची. एनआईए का कहना है कि सचिन वाझे ने हार्ड डिस्क मीठी नदी में फेंके हैं. सबूत को ढूंढने के लिए एनआईए के अधिकारी सचिन वाझे को लेकर मीठी नदी पहुंची है. इस दौरान गोताखोरों ने मीठी नदी में सबूत की तलाश की. इस तलाशी में एनआईए को मीठी नदी से अहम सबूत मिले हैं. सचिन वाझे पर सबूत नष्ट करने के आरोप हैं.
मनसुख हत्याकांड में एनआईए ने जांच तेज कर दी है. इसे मामले में पूछताछ के लिए सचिन वाझे को तीन अप्रैल तक एनआईए की कस्टडी में भेजा गया है. सचिन वाझे पर सबूत को नष्ट करने आरोप है. इसी क्रम में एनआईए की टीम बांद्रा में स्थित मीठी नदी के पास सचिन वाझे को लेकर ले गई है. बताया जा रहा है कि मीठी नदी में तलाशी के दौरान एनआईए के हाथ महत्वपूर्ण सबूत लगे हैं. मीठी नदी से डीवीआर और नंबर प्लेट बरामद हुए हैं.
#WATCH | Maharashtra: Divers of NIA recover computer CPUs, two number plates carrying the same registration number, and other items from Mithi river in Mumbai's Bandra Kurla Complex as the agency probes the death of Mansukh Hiren.
Accused Sachin Waze is also present at the spot pic.twitter.com/RXq2d4cCMP
— ANI (@ANI) March 28, 2021
मीठी नदी से एक DVR, एक CPU और गाड़ी के नंबर प्लेट्स मिले हैं. सचिन वाजे ने अपने बिल्डिंग के सीसीटीवी का DVR अपने कब्जे में लेकर सबूत मिटाने की कोशिश की थी. इसके अलावा जिस दुकान पर गाड़ी का नंबर प्लेट बदला गया था वहां का DVR भी वाजे ने अपने कब्जे में ले लिया था. मीठी नदी में गोताखोरों की मदद से NIA ने DVR एक CPU और नंबर प्लेट्स बरामद किए हैं. बीकेसी के पास मीठी नदी में सचिन वाजे ने सबूतों को फेंका था. उन्हीं सबूतों को ढूंढने के लिए NIA की टीम वाजे के साथ यहां पहुंची है. मीठी नदी से एक मोबाइल का कवर, दो डीवीआर भी मिले हैं. साथ ही एक लैपटॉप भी निकाला गया. मीठी नदी से एक वाईफाई का मॉडम भी मिला है.
आपको बता दें कि गत दिनों एनआई ने सचिन वाझे को पेश कर तीन अप्रैल तक उनकी रिमांड ले ली है. सचिन वाझे के वकील ने कोर्ट में कहा था कि मुझे बलि का बकरा बनाया गया है. वहीं, एनआईए के वकील ने कोर्ट में कहा था कि सचिन वाझे के घर से 62 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. ये करतूस घर में क्यों थे इसका जवाब सचिन वाझे नहीं दे रहे हैं. इसका मकसद छिपा रहा है. इसके अलावा सचिन वाझे को बतौर पुलिस अधिकार 30 जिंदा कारतूस सरकारी कोटे से दिए गए थे, लेकिन इनमें से सिर्फ पांच उनके पास से मिले 25 बुलेट गायब हैं. ये बुलेट्स कहां गए. इसका जवाब सचिन वाझे नहीं दे रहे हैं.
Source : News Nation Bureau