तूफान निसर्ग (Nisharg Cyclone) महाराष्ट्र तट से टकरा गया है. लैंडफॉल (Landfall) की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो अगले तीन घंटे तक चलेगी. इसी के साथ रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, अलीबाग सहित कई इलाकों में तेज बारिश और हवाएं चल रही हैं. राज्य में एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात हैं और करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है. इसके अलावा कोस्ट गार्ड की टीमों को भी प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है. रत्नागिरी तट पर एक जहाज में फंसे 10 नाविकों को बचाया गया. भारी बारिश और हाई टाइड के कारण ये लोग यहां फंस गए थे. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि रायगढ़ के अलीबाग में करीब 1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
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तूफान की गति 90-100 किमी. प्रति घंटा
आईएमडी ने कहा, चक्रवात निसर्ग के बादल का पिछला हिस्सा समुद्र के ऊपर है और लैंडफॉल प्रक्रिया अगले एक घंटे में पूरी हो जाएगी. अभी इस तूफान की रफ्तार 90-100 किमी. प्रति घंटा है. यह उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ेगा और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ जाएगा.
मुंबई में छह चौपाटियों में 93 गार्ड तैनात
बीएमसी ने बताया कि दमकलकर्मी अलर्ट पर हैं और मुंबई में छह चौपाटियों में 93 गार्ड तैनात हैं. मुंबई में विभिन्न स्थानों पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के आठ दलों और नौसेना के पांच दलों को तैनात किया गया है. बीएमसी ने किसी आपात स्थिति में लोगों से मदद के लिए 1916 हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने की भी अपील की. शहर में सड़कों पर लगे 5,000 सीसीटीवी कैमरों की मदद से आपदा नियंत्रण कक्ष से स्थिति पर नजर रखी जा रही है. बीएमसी ने बताया कि जलभराव से बचने के लिए शहर में छह पम्पिंग स्टेशनों पर 300 से अधिक पम्प लगाए गए हैं और पर्याप्त कर्मियों को तैनात किया गया है. जर्जर हालत वाली इमारतों का निरीक्षण किया गया और उनमें रह रहे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. बीएमसी ने बताया कि पेड़ की टहनियों को काटने और तेज हवा चलने से गिरने वाले पेड़ों को हटाने के लिए नगर निकाय के 96 दलों को तैनात किया गया है.
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क्या करें और क्या न करें की सूची
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के मद्देनजर क्या करें और क्या न करें की सूची बुधवार को जारी की.
इस चक्रवात ने रायगढ़ के अलीबाग शहर में दस्तक दी है और इसका असर मुंबई, पालघर और ठाणे समेत अन्य तटीय जिलों पर भी पड़ेगा.
टि्वटर पर एक ग्राफिक साझा करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने लोगों से अनुरोध किया कि वे टीवी और रेडियो पर आधिकारिक दिशा निर्देशों पर ध्यान दें और अफवाहों पर ध्यानन दें या उन्हें न फैलाएं.
ठाकरे ने कहा कि लोग अपने घरों के बाहर रखी ढीली चीजों को बांधें और बैटरी से चलने वाले उपकरणों का नियमित तौर पर निरीक्षण करें.
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मिट्टी से बने घर या झोंपड़ी में नहीं रह रहा है तो उसे अपने घर का एक कोना चुनना चाहिए जहां आपात स्थिति में शरण ली जा सके और इसका अभ्यास करना चाहिए कि चक्रवात के दौरान परिवार के सभी सदस्य इस स्थान का इस्तेमाल कैसे करेंगे.