कोरोना वायरस (corona virus) से बचाव में बेहद कारगर रेमडेसिवीर (Remdesivir) इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में पुलिस ने मुंबई के लीलावती अस्पताल को नोटिस भेजा है. जांच में पता चला है कि रेमडेसीवीर इंजेक्शन लीलावती के फार्मा से ही निकले थे. जिसके बाद मुंबई (Mumbai) की मीरा रोड थाना पुलिस ने लीलावती अस्पताल के मेडिकल फार्मा डिवीजन को नोटिस भेज दिया है.
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उल्लेखनीय है कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज में काफी उपयोगी दवा. इसे भारत में भी मंजूरी दी जा चुकी है. देश में रेमडेसिवीर इंजेक्शन को मंजूरी मिले तीन सप्ताह से ज्यादा समय हो गया है, मगर अभी कोरोना वायरस के कई गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाने वाली यह दवा बाजार में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है. ऐसे समय में जब महाराष्ट्र और महानगर मुंबई में कोरोना वायरस के मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ रही है, रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबर भी सामने आईं. इसको लेकर पुलिस ने तफ्तीश शुरू की.
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बता दें कि रेमडेसिवीर दवा अभी भारत में नहीं बनाई जाती है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते हाल ही में डीसीजीआई ने सिप्ला, हेटेरो और मायलेन लैबोरेटरी कंपनी को इस दवा के मैन्युफैक्चर और ड्रग मार्केटिंग की अनुमति दी. कालाबाजारी की खबरों के बीच सिप्ला ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कीमत 4 हजार रुपये, जबकि हेटेरो ने 54 सौ रुपये तय की है.