कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया के तमाम देशों की नींद उड़ा दी है. कोरोना का यह ओमिक्रॉन वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पाया गया लेकिन अब तक 16 देशों में इसने दस्तक दे दी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसको लेकर चिंता जताई है, जिसके बाद से भारत सरकार ने भी ओमिक्रॉन की रोकथाम को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बीच महाराष्ट्र से बड़ी खबर सामने आई है. महाराष्ट्र में दक्षिण अफ्रीका समेत अन्य जोखिम वाले देशों (High Risk Countries) से लौटे 6 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. हालांकि उनमें ओमिक्रॉन की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन नए वेरिएंट के चलते इन लोगों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमित पाए गए लोगों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. इसके साथ ही उनकी कॉन्टैक्ट्स ट्रेसिंग भी की जा रही है.
इस बीच अच्छी खबर यह है कि भारत में अभी ओमिक्रॉन ( omicron in India ) के एक भी केस की पुष्टि नहीं हुई है. दरअसल, संसद के चालू शीतकालीन सत्र में मंगलवार को केंद्र सरकार ने बताया कि देश में अभी तक कोरोना के नए वेरिएंट का एक भी केस नहीं मिला है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में बोलते हुए कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट भारत तक न पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार तमाम कदम उठा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि दुनिया में ओमिक्रॉन के फैलाव को देखते हुए केंद्र ने एडवाइजरी जारी की है. इसके साथ ही बंदरगाहों पर पैनी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि संदिग्ध कोरोना मामलों में सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि अभी तक 14 देशों में ही ओमिक्रॉन वैरिएंट के केस मिले हैं. भारत की स्थित पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अभी देश में इसको लेकर स्टडी की जा रही है. लेकिन अभी तक एक भी केस में कोरोना के नए वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है.
Source : News Nation Bureau