एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव नासिक में प्याज के दाम बढ़ गए हैं. आने वाले दिनों में प्याज की कीमत आसमान छूने के साथ आम उपभोक्ताओं के आंख में आंसू ला सकती है. प्याज का बाजारभाव सौ रुपये किलोग्राम भी हो जाये तो कोई आश्चर्य की बात नहीं. दरअसल बेमौसम बारिश से किसानों की फसल बर्बाद हो गयी. मंडी में प्याज की मांग ज्यादा है और आमद बहुत ही कम है. महाराष्ट्र के आसपास प्याज की अच्छी खेती होती है. लेकिन इस बार बेमौसम बरिश ने प्याज उगाने वाले किसानों की कमर तोड़ दी है. प्याज पैदा करने में किसानों को जो लागत लगानी पड़ी है, वह भी नहीं निकल पा रहा है. किसानों के खाद-बीज के दाम भी नहीं निकल पा रहे हैं.
दरअसल, नासिक में नवंबर के महीने में हुई बारिश से प्याज की फसल बर्बाद हो गई और किसानों के खेत में सड़ गई. उसके बाद बारिश के कारण प्याज की बुवाई समय पर नहीं हो पाई. देर से बुवाई होने के कारण प्याज की नई फसल आने में अभी देर है. नई फसल आने के बाद ही प्याज के दाम कम होंगे.
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प्याज महंगा होने से देश भर में उपभोक्ता परेशान हैं. देश की बड़ी मंडियों में प्याज की कीमतें पहले से ही बढ़ी हैं. लेकिन आने वाले दिनों में भी उपभोक्ताओं को प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मुख्य प्याज उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात से नए प्याज की आमद में देरी है. महाराष्ट्र के मुख्य उत्पादक जिलों नासिक, अहमदनगर, पुणे और सोलापुर के किसानों को इस बार बहुत घाटा खाना पड़ा है.
प्याज की बुवाई देरी से होने के कारण भी चालू सीजन में प्याज की आमद में देरी की संभावना है.सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद प्याज उपभोक्ताओं को बीते कई महीनों से प्याज की ऊंची कीमत चुकानी पड़ रही है.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र के आसपास प्याज की अच्छी खेती होती है
- बेमौसम बरिश ने प्याज की खेती को किया तबाह
- प्याज की कीमत आसमान छूने की उम्मीद