एनसीपी में फूट पड़ने से विपक्ष को करारा झटका लगा है. इसे लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. बताया जा रहा है. इस संकट से निपटने के लिए शरद पवार से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बातचीत की. एनसीपी के नेता जयंत पाटिल का कहना है कि आज जो घटनाक्रम हुआ है, इसे लेकर सबसे पहले कानूनी राय ली जाएगी. इसके बाद कार्रवाई होगी. उनका कहना है कि पूरी एनसीपी शरद पवार के साथ है. उन्होंने कहा, यह कृत्य पार्टी की मंजूरी के बिना हुआ है. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में सियासी उथल-पुथल के बाद सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नीतीश कुमार, स्टालिन, ममता बनर्जी ने शरद पवार से फोन पर बातचीत की.
Ajit Pawar की खुली चुनौती पर सीनियर पवार का पलटवार, शरद बोले- असली NCP उनके साथ
जयंत पाटिल ने मीडिया से बातचीत कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी का रुख पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया हैै. शपथ लेने वाले खुद निर्णय लें. वे पार्टी की विचारधारा के खिलाफ गए हैं. आज जो हुआ महाराष्ट्र के लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज शपथ ग्रहण समारोह में जिन लोगों को बुलाया, उन्हें नहीं पता कि उन्होंने किन कागजो पर हस्ताक्षर किए हैं. कुछ नेताओं ने शरद पवार को फोन लगाया. तो कुछ नेताओं ने उनसे बातचीत की. पार्टी के सभी लोग इस घटना से हैरान हैं.
अजित पवार के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद जयंत पाटिल का कहना है कि 5 जुलाई को दोपहर एक बजे शरद पवार ने सर्वदलीय बैठक को बुलाया है. इस बैठक में पवार अधिक स्पष्टता के साथ अपना पक्ष रखेंगे. शरद पवार जो निर्णय लेंगे, हम उनका समर्थन करेंगे. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के अनुसार, सिर्फ 8 लोग ही अजित पवार के साथ हैं. बाकी लोग अभी भी हमारे साथ हैं. इस घटनाक्रम के बाद कई लोगों ने उनसे संपर्क साधा है. कुछ कागजों में हस्ताक्षर कराए गए हैं.
HIGHLIGHTS
- शरद पवार ने पार्टी का रुख पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया
- पार्टी के सभी लोग इस घटना से हैरान हैं: जयंत पाटिल