महाराष्ट्र में 11 महीनों के भीतर कम वजन, निमोनिया और श्वसन संबंधी मुद्दों सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों के चलते 13,500 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। इस बात की जानकारी विधानसभा में दी गई।
स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने लिखित जवाब में बताया कि अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 के दौरान कुल 13,541 बच्चों की मृत्यु हो गई, जिसमें से 22 फीसदी जिंदगियां कम वजन के कारण चली गई।
उन्होंने कहा कि निमोनिया और रोगाणु संक्रमण के कारण 7 फीसदी बच्चों की जान चली गई, जबकि 14 फीसदी बच्चों की मौत के लिए श्वसन संबंधी बीमारियां जिम्मेदार है।
सावंत ने कहा कि संबंधित बच्चों के जन्म के 28 दिनों के भीतर कुल मौतों के 65 फीसदी रिपोर्ट किया गया था, जबकि 21 फीसदी बच्चों की मौत जन्म के बाद 28 दिनों से 1 वर्ष के भीतर की हो गई थी।
अपने लिखित जवाब में सावंत ने कहा, 'स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली के अनुसार, राज्य में 2017-18 में 24 घंटों के भीतर 3,778 नवजात शिशु मृत्यु हो गई। मुंबई में, 483 बच्चों की मौत हो गई थी।'
उन्होंने बाल मृत्यु दर को कम करने और माताओं, बच्चों और टीकाकरण से संबंधित योजनाओं के बारे में उल्लेख करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए उपायों को सूचीबद्ध किया।
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Source : News Nation Bureau