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दो मासूम बच्चों के शव को लेकर 15 किमी तक पैदल कीचड़ में चलते रहे मां-बाप, ना सड़क, ना एंबुलेंस

महाराष्ट्र के एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां अपने दो मासूम बच्चों के शवों को कंधे पर लेकर माता-पिता 15 किलोमीटर तक पैदल चलते रहे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

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Vineeta Kumari
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15 किमी तक पैदल कीचड़ में चलते रहे मां-बाप

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले से एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक माता-पिता ने महज कुछ ही घंटों में एक के बाद एक अपने दोनों बेटों को खो दिया. इतना ही नहीं जब एंबुलेंस शव को ले जाने के लिए नहीं पहुंचा तो माता-पिता ने खुद ही अपने कंधों पर बच्चों का लाश रख लिया और करीब 15 किमी तक कीचड़ में पैदल चलते रहे. इससे जुड़ा एक वीडियो तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि रोते हुए माता-पिता बच्चों के शव को कंधे पर रखकर चले जा रहे हैं.

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बच्चों के शव को लेकर 15 किमी तक पैदल चलते रहे मां-बाप

घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, येर्रागड्डा जिला अहेरी के रहने वाला वेलादी परिवार दो दिन पहले पट्टीगांव आए थे. गांव आते ही पहले बड़े बेटे बाजीराव रमेश वेलादी की तबीयत खराब हो गई. बाजीराव की उम्र महज 6 साल थी. वहीं, उसके बाद छोटे बेटे दिनेश रमेश वेलादी की भी तबीयत खराब हो गई. दिनेश की उम्र साढ़े तीन साल बताई जा रही है. दोनों ही बेटों की तबीयत खराब होने के बाद माता-पिता उन्हें इलाके के पुजारी के पास लेकर गए.

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महज डेढ़ घंटे में हो गई दो बच्चों की मौत

पूजारी ने दोनों बच्चों को जड़ी-बूटियां दी और कुछ देर खाने के बाद ही दोनों बच्चों की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई. बच्चों की स्थित को बिगड़ता देख माता-पिता उन्हें जिमलगट्टा स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. महज कुछ ही घंटों में पहले बाजीराव की करीब 10.30 बजे मौत हो गई और डेढ़ घंटे के अंदर छोटे बेटे की भी मौत हो गई. 

बीमार बड़े बच्चे तो डॉक्टर की जगह पूजारी के पास लेकर पहुंचे

घटना से पूरा परिवार सदमे में आ गया. रो-रोकर मां-बाप का बुरा हाल हो गया. जिसके बाद बच्चों के शवों को माता-पिता अपने कंधों पर लेकर स्वास्थ्य केंद्र से पट्टीगांव के लिए रवाना हो गए. जिमलगट्टा स्वास्थ्य केंद्र से लेकर पट्टीगांव तक कोई पक्की सड़क नहीं है, जिसकी वजह से पैदल ही करीब 15 किमी तक कीचड़ में चलते हुए माता-पिता बच्चों की शवों को लेकर अपने गांव पहुंचे. उनका कहना था कि वह अब एंबुलेंस का इंतजार कर के क्या ही करेंगे, उनके बच्चे तो बचे नहीं. 15 किमी तक चलने के बाद एक रिश्तेदार की बाइक बुलाई गई और फिर शवों को लेकर माता-पिता घर पहुंचे. इस घटना पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमें बच्चों की मौत की खबर मिली है और यह सही है. फिलहाल बच्चों की मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है. मामले की जांच की जा रही है.

MAHARASHTRA NEWS Parents carrying dead bodies of two children Crime news
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