शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत पर दस अक्टूबर को सुनवाई होगी. बीते दो माह से वे न्यायिक हिरासत में हैं. इससे पहले भी कई बार उनकी न्यायिक हिरासत को बढ़ाया गया है. राउत शिवसेना के ठाकरे गुट के प्रवक्ता हैं. पार्टी में उनका कद काफी बड़ा है. वे अक्सर अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं. वे बीते काफी समय से मोदी सरकार के खिलाफ बयानाबाजी करते रहे हैं. जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में बगावत हो गई. जिसके बाद ठाकरे सरकार गिर गई. राउत पर इस दौरान भ्रष्टाचार और एक महिला नेता को धमकाने का मामला दर्ज हुआ.
विशेष अदालत ने इससे पहले 19 सितंबर तक राउत की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया था. राउत काे छह घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. गौरतलब है कि 31 जुलाई को राउत के घर पर ईडी ने छापेमारी की थी.
क्या है पात्रा चॉल घोटाला
पात्रा चाॅल घोटले में मुंबई पश्चिमी उपनगर के गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में 47 एकड़ जमीन पर 672 परिवारों के पुनर्विकास का मामला है. इसके लिए 2007 में सोसायटी द्वारा महाराष्ट्र हाउसिंग डेवलपमेंट अथाॅरिटी और गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच करार हुआ था. इस समझौते के तहत कंपनी काे 3500 फ्लैट बनाने थे. इसके बाद बची हुई जमीन प्राइवेट डेवलपर्स को बेचनी थी.
आरोप है कि कंपनी ने महाराष्ट्र हाउसिंग डेवलपमेंड अथॉरिटी ;म्हाडा को गुमराह करके एफएसआई (floor space index) 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेचकर 901 करोड़ रुपये एकत्र किए. इसके साथ मिडोज नामक एक नया प्रोजेक्ट खड़ा किया और फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये की वसूली की. मगर 672 लोगों को फ्लेट नहीं सौंपे गए.
संजय राउत का कनेक्शन
संजय राउत गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक प्रवीण राउत के करीबी रहे हैं। प्रवीण को ईडी ने इसी साल फरवरी में गिरफ्तार किया था। प्रवीण पर आरोप है कि इस घोटाले में उसने 95 करोड़ रुपये कमाए। इस पैसो को उसने अपने रिश्तेदारों को बांट दिया था। इसमें से 55 लाख रुपये संजय राउत की पत्नी के वर्षा राउत के खाते में भी दिए गए। इस पैसे राउत ने दादर में फ्लैट खरीदा लिया था। इस मामले ईडी राउत की पत्नी से पूछताछ कर चुकी है। उनका कहना है कि इस पैसे को उन्होंने फ्लैट खरीदने के प्रवीण की पत्नी से लिए थे।
Source : News Nation Bureau