महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेताओं की फोन टैंपिंग का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है. पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि फोन टैंपिंग चुनाव नतीजे आने के बाद सरकार बनाने की कोशिश के दौरान की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे, शरद पवार और संजय राउत के फोन टैप किए गए. जब महाराष्ट्र में सरकार गठन की कोशिशें की जा रही थी तो फोन टैपिंग कराई गई. इस मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मैं बाल ठाकरे का चेला हूं, जो कुछ करता हूं, खुले तौर पर करता हूं.
यह भी पढ़ेंः 'भगवा' हुई राज ठाकरे की मनसे, बेटे अमित ठाकरे की भी हुई पार्टी में एंट्री
इस मामले में कैबिनेट मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि गैर बीजेपी नेताओं के फोन टैप किए जा रहे थे. यह मामला बेहद गंभीर है. इस मामले में जांच के आदेश दिए गए है. उन्होंने कहा कि अगर फोन टैपिंग की बात सही है तो यह सरकारी मशीनरी का पूरी तरह दुरुपयोग है. इस मामले की जांच के लिए साइबर सेल को आदेश दिए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि पिछली सरकार के दौरान विपक्ष के नेताओं के फोन टैपिंग के लिए व्यवस्था का गलत फायदा उठाता गया. उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान मुंबई साइबर सेल को अध्ययन के लिए इजराइल भेज दिया गया था.
यह भी पढ़ेंः राज ठाकरे ने पार्टी का झंडा बदलकर किया भगवा, शिवाजी के समय की करेंसी का भी फोटो
शिवसेना नेता संजय राउत ने किया ट्वीट
इस मामले में शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि 'आपका फोन टैप किया जा रहा है, काफी पहले बीजेपी सरकार के एक मंत्री ने बताया था. तब मैंने उनसे कहा था कि जो भी मेरी बातचीत सुनना चाहता है सुने. मैं बाला साहेब ठाकरे का चेला हूं. मैं कुछ भी छिपा के नहीं करता हूं.'
Source : News Nation Bureau