भाजपा सांसद किरीट सोमैया और शिवसेना सांसद संजय राउत एक दूसरे के कट्टर विरोधी माने जाते हैं. किरीट सोमैया पर आरोप है कि संजय राउत के खिलाफ उन्होने ही ईडी को सबूत दिए और आज कीरीट सोमैय्या की वजह से ही संजय राउत ईडी के कस्टडी में हैं. वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने किरीट सोमैय्या पर आरोप लगाए थे कि किरीट सोमैया ने भारतीय नौसेना का एयरक्राफ्ट कैरियर जहाज विक्रांत बचाने के नाम पर 56 करोड़ रुपए लोगों से जमा किए थे, लेकिन उसका हिसाब नहीं दिया. साथ ही उनके बेटे नील सोमैय्या पर पालघर जिले में जमीन के मामले में धांधली का आरोप लगाया था. तब से ही दोनों के बीच 36 का आंकड़ा चल रहा है.
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ऐसे में दोनों का वकील एक शख्स का ही होना, लोगों को बहुत ही अचंभित कर रहा है. हालांकि, इसके पीछे है वकील की काबिलियत, जो दो विरोधी नेताओं को भी उनसे पैरवी कराने के लिए मजबूर कर दिया है. दरअसल, किरीट सोमैया हो या उनके बेटे नील सोमैय्या दोनों के ही केस में वरिष्ठ वकील अशोक मुंदरगी ही हैं, जो इस वक्त संजय राउत की पैरवी कर रहे हैं. नील सौम्या के ऊपर जो आरोप संजय राउत की तरफ से लगाए गए थे. उसका मामला जब कोर्ट तक पहुंचा थो वहां पर कोर्ट के बहस के बाद नील सौम्या को अग्रिम जमानत मिल गई थी. वहीं, अशोक मुंदरगी ने किरीट सोमैया को भी विक्रांत केस में किरीट सोमैया को अग्रिम जमानत दिलाई थी. शायद यही वजह है कि किरीट सोमैया से संजय राउत की दुश्मनी होने के बाद भी उन्होंने अपने केस की पैरवी करने के लिए उसी एडवोकेट अशोक मुंदरगी को चुना है, जो अशोक मुंदरगी किरीट सोमैया का भी केस लड़ रहे हैं.
Source : Abhishek Pandey