Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हमेशा से ही रोमांचक रहे हैं और हर चुनाव में कुछ सीटें ऐसी होती हैं जहां प्रत्याशियों के बीच मुकाबला इतना कड़ा होता है कि जीत और हार का अंतर बेहद कम हो जाता है. 2019 के विधानसभा चुनावों में भी कुछ सीटें ऐसी थीं जहां प्रत्याशी महज कुछ सौ या हजार वोटों के मामूली अंतर से विजयी हुए. वहीं 2024 के चुनावों से पहले इन सीटों पर सभी दलों की पैनी नजर है, क्योंकि यहां की स्थिति चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकती है.
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1. धनौरा सीट (भाजपा)
आपको बता दें कि धनौरा विधानसभा सीट पर 2019 में भाजपा के उम्मीदवार ने महज 250 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. यह सीट भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां का सामाजिक समीकरण और जातिगत राजनीति पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है.
2. पारशिवनी सीट (कांग्रेस)
वहीं बता दें कि कांग्रेस के उम्मीदवार ने पारशिवनी सीट पर 500 वोटों से कम अंतर से जीत हासिल की थी. यह सीट दलित और आदिवासी मतदाताओं के प्रभाव वाली है और कांग्रेस इस बार भी इन्हीं समुदायों के समर्थन से अपनी जीत को बरकरार रखने की कोशिश करेगी.
3. चांदूर बाजार (शिवसेना-उद्धव गुट)
चांदूर बाजार सीट पर शिवसेना के उम्मीदवार ने बेहद कम अंतर, लगभग 700 वोटों से जीत दर्ज की थी. यहां उद्धव ठाकरे की शिवसेना और एकनाथ शिंदे के गुट के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है, क्योंकि सीट पर शिवसेना का आधार काफी मजबूत रहा है.
4. नागपुर उत्तर (एनसीपी)
नागपुर उत्तर सीट एनसीपी के लिए बेहद खास है. 2019 में यहां पार्टी के उम्मीदवार ने केवल 850 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार भी एनसीपी के लिए यह सीट अहम है, क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही यहां अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं.
5. सिरपुर सीट (भाजपा)
सिरपुर में भाजपा ने 2019 में केवल 900 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इस बार भी भाजपा के लिए यह सीट महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां के स्थानीय मुद्दे पार्टी की जीत और हार में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
6. अर्जुनी मोरगांव (कांग्रेस)
अर्जुनी मोरगांव में कांग्रेस के उम्मीदवार ने 2019 में केवल 1000 वोटों से जीत हासिल की थी. कांग्रेस इस बार यहां युवाओं और किसानों के मुद्दों पर जोर देकर अपनी जीत सुनिश्चित करना चाह रही है.
7. गोंदिया (शिवसेना)
गोंदिया सीट पर शिवसेना ने लगभग 1100 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज की थी. यहां भाजपा और एनसीपी के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है, जबकि शिवसेना अपना आधार बरकरार रखने की कोशिश में जुटी है.
8. वर्धा (भाजपा)
वर्धा सीट पर भाजपा ने 1200 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. यहां किसानों के मुद्दे प्रमुख भूमिका निभाते हैं, और इस बार भी भाजपा के लिए यह सीट चुनौतीपूर्ण हो सकती है.
9. चंद्रपुर (कांग्रेस)
चंद्रपुर में कांग्रेस ने 1300 वोटों से जीत हासिल की थी. यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है, जबकि इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर सकती है, जिससे मुकाबला और भी रोचक हो जाएगा.
10. कोल्हापुर दक्षिण (एनसीपी)
कोल्हापुर दक्षिण में एनसीपी ने 1400 वोटों से जीत दर्ज की थी. इस सीट पर जातीय समीकरणों का गहरा प्रभाव है, और एनसीपी इस बार भी अपने पारंपरिक वोटरों पर भरोसा कर रही है.
सभी दलों की आगे की रणनीति
आपको बता दें कि महाराष्ट्र की इन 10 सीटों पर भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (दोनों गुट) के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है. यहां कम मार्जिन से जीते गए पिछले चुनावों को देखते हुए सभी पार्टियां अपनी रणनीति बेहद सतर्कता से बना रही हैं. वहीं बता दें कि 2024 के चुनावों में यह सीटें महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं, क्योंकि यहां पर थोड़ा सा वोट स्विंग भी किसी दल की जीत या हार का फैसला कर सकता है.