Maharashtra Politics News: शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला, जिसमें उन्होंने गणपति विसर्जन से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाराष्ट्र दौरे तक कई मुद्दों पर गहरी नाराजगी जताई. वहीं उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि गणपति विसर्जन के दौरान अब घाटों पर मुख्यमंत्री शिंदे की तस्वीरें लगाई जा रही हैं, मानो वे खुद बताना चाहते हों कि किसका विसर्जन होना चाहिए. उन्होंने इसे राजनीतिकरण का उदाहरण बताते हुए गणपति उत्सव को पवित्रता से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया. उद्धव ठाकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा कि गणपति से उन्होंने शिंदे सरकार के 'विसर्जन' की प्रार्थना की है, जिससे गणपति की कृपा से राज्य को इस सरकार से मुक्ति मिले.
प्रधानमंत्री मोदी पर तंज
आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को महाराष्ट्र दौरे को लेकर भी तंज कसा. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री ने मणिपुर की स्थिति या बदलापुर और बंगाल की समस्याओं पर बात करने के लिए समय निकाला है. उद्धव ठाकरे ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री इन ज्वलंत मुद्दों पर कोई ठोस चर्चा करेंगे, या फिर यह दौरा भी केवल दिखावा भर रहेगा.
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मुंबई उपनगर श्री गणेशोत्सव समन्वय समिति की बैठक में संबोधन
वहीं मुंबई उपनगर श्री गणेशोत्सव समन्वय समिति मार्गदर्शन की बैठक में ठाकरे ने अपनी बात रखी और गणपति उत्सव के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि भले ही कुछ समय से हमारे बीच दूरियां आई हैं, लेकिन आपने रिश्ते को टूटने नहीं दिया. उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस हॉल में बैठक हुई, वहां लार्वा पाया गया और ढाई साल से पार्षदों की अनुपस्थिति को लेकर भी सवाल उठाए.
निरीक्षण का दिखावा
साथ ही आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने शिंदे सरकार पर केवल दिखावे के लिए निरीक्षण करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अब केवल नाम के लिए निरीक्षण हो रहा है, जबकि उनके समय में वास्तविक काम किया जाता था. उन्होंने कहा कि सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हैं, लेकिन सरकार केवल दिखावा कर रही है, असली समस्या का समाधान नहीं कर रही.
शिवाजी प्रतिमा गिरने पर आलोचना
इसके अलावा आपको बता दें कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने की घटना पर ठाकरे ने शिंदे सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि मूर्तियों की देखभाल की जानी चाहिए, लेकिन शिंदे सरकार महाराज की मूर्ति की देखभाल नहीं कर पाई. उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर एक-दूसरे पर आरोप लगाने के बजाय, सरकार को आत्ममंथन करना चाहिए और सही तरीके से काम करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ने मणिपुर के समय बोलने में देरी की, जो कि नहीं होनी चाहिए थी.
बहरहाल, उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में शिंदे सरकार के कामकाज पर कड़ी आलोचना की और राज्य के मौजूदा हालात पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि राज्य को वर्तमान सरकार से कोई उम्मीद नहीं है और अब बदलाव की जरूरत है.