जम्मू कश्मीर में तमाम टेंशन के बीच इस बार दुगने उत्साह के साथ मनाया जाएगा गणेश उत्सव. LOC के पास पुंछ में भारत पाकिस्तान बॉर्डर के राजा विराजमान होते हैं और बाप्पा की मूर्ति को हर साल मुम्बई से ले जाया जाता है. लेकिन इस साल भी बाप्पा की मूर्ति मुम्बई से कश्मीर जाने को तैयार है लेकिन बॉर्डर पर चल रहे टेंशन के बीच भारतीय सेना पहले से ज्यादा अलर्ट है. गणपति बप्पा मोरिया और भारत माता की जय के नारों के साथ भगवान गणेश की ये मूर्ति मुम्बई से जम्मू कश्मीर के पुंछ पर जाने को तैयार है. पुंछ में LOC पर हर साल बप्पा 11 दिनों के लिए विराजमान होते हैं. JK के पुंछ में टारगेट किलिंग हो रही है और हिंदुओं को डराने की कोशिश चल रही है लेकिन बाप्पा हर हाल में यहां जाने को तैयार हैं.
समाज सेविका ईशर दीदी जो हर साल मुंबई से भगवान गणेश की मूर्ति को जम्मू कश्मीर तक ले जाती है. इन की माने तो इस बार LOC पर टेंशन काफी ज्यादा है लिहाजा भारतीय सेना यहां होने वाले गणेश उत्सव को लेकर ज्यादा अलर्ट है और इसी कारण से बाप्पा की प्रतिमा को काफी पहले मुम्बई से पुंछ ले जाने की तैयारी है. आपको बता दें कि भगवान गणपति कि इस मूर्ति को भारत-पाकिस्तान बॉर्डर का राजा कहा जाता है. सेना के जवान बड़े ही उत्साह के साथ 11 दिनों तक एलओसी पर गणेश उत्सव मनाते हैं. बीते 2 साल से कोरोना महामारी के कारण सभी त्योहारों पर कई तरह की पाबंदियां थी लेकिन इस बार पूरे देश में गणेश उत्सव से पहले उत्साह दिखाई दे रहा है.
Source : Pankaj R Mishra