महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आज विधान परिषद सदस्य (MLC) से रूप में शपथ लेने जा रहे हैं. इससे पहले ही उनके हलफनामे पर सवाल उठ गए हैं. पुणे के एक प्रोफेसर ने चुनाव आयोग से शिकायत कर इस हलफनामे को गलत बताया है. प्रोफेसर के मुताबिक हलफनामे में उद्धव की संपत्ति और बैंक खातों की जानकारी मेल नहीं खा रही है. इससे अब हलफनामे को लेकर कई सवाल भी पैदा होने लगे हैं.
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गौरतलब है कि 14 मई को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य विधान परिषद के लिए निर्विरोध चुने गए. इसी के साथ सीएम उद्धव की कुर्सी पर छाया संवैधानिक संकट टल गया है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र की नौ विधान परिषद सीटों के लिए 14 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान निर्दलीय उम्मीदवार शहबाज राठौर का नामांकन रद्द हो गया था. इसके अलावा चार उम्मीदवारों ने मंगलवार को ही अपना नाम वापस ले लिया है. इस तरह से नौ सीटों के लिए सिर्फ 9 उम्मीदवार ही बचे थे. जिसके चलते सभी निर्विरोध चुने गए हैं.
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NCP ने दो सीटों के लिए चार उम्मीवारों से नामांकन दाखिल कराए थे. NCP से अतिरिक्त नामांकन भरने वाले किरण पावस्कर और शिवाजीराव गरजे दोनों ने ही मंगलवार को अपना नामांकन वापस ले लिया था. इसके साथ ही एनसीपी के शशिकांत शिंदे और अमोल मटकरी निर्विरोध रूप से चुने गए. शिवसेना की तरफ से सीएम उद्धव ठाकरे और नीलम गोर्हे विधान परिषद के लिए चुनावी मैदान में थीं. कांग्रेस की ओर से राजेश राठौर उम्मीदवार थे.
Source : News Nation Bureau