महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फडणवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे को लेकर बड़ा बयान दिया है. फडणवीस ने कहा कि भविष्य में राज ठाकरे की एमएनएस बीजेपी से हाथ मिला सकती है. उनके इस संकेत के बाद महाराष्ट्र में एक नया राजनीतिक समीकरण बनता दिखाई दे रहा है. हालांकि अभी इस बात को लेकर कोई पुख्ता मसौदा तैयार नहीं है कि बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद एमएनएस की क्या भूमिका रहेगी लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति में सुगबुगाहट शुरू हो गई है. देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि अगर मनसे हिंदुत्व के साथ-साथ गैर मराठी लोगों को अपने साथ जोड़ती है तो वे हमारे साथ आ सकते हैं.
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पहले भी लगी थीं अटकलें
राजनीति के जानकारों का कहना है कि अगर बीजेपी और मनसे एक साथ आते हैं तो महाराष्ट्र की राजनीति पूरी तरह बदल सकती है. राज ठाकरे की महाराष्ट्र की राजनीति में अच्छी पकड़ है. शिवसेना से अलग होकर पार्टी बनाने से पहले राज ठाकरे को ही बाला साहब ठाकरे के बाद शिवसेना का असली वारिस माना जाता था. जब आदित्य ठाकरे को शिवसेना अध्यक्ष बनाया गया तो राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली. हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है जब बीजेपी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एक साथ आने की खबरें सुर्खियां बनी हैं. इसके पहले भी नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और राज ठाकरे के बीच में वर्ली के एक होटल में मुलाकात हुई थी. तब गडकरी ने भी ऐसे ही संकेत दिए थे.
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MNS-BJP साथ आई तो ऐसे बदलेगा समीकरण
दरअसल बीजेपी से अलग होकर शिवसेना ने अपनी धुर विरोधी कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सरकार बना ली. इसके बाद से ही बीजेपी शिवसेना का विकल्प तलाश रही है. राज ठाकरे की मराठी वोट बैंक पर अच्छी पकड़ है. ऐसे में राज ठाकरे को साथ लेकर बीजेपी मराठी वोट बैंक में पकड़ बनाने में कामयाब हो सकती है. हालांकि राज ठाकरे के उत्तर भारतीयों के खिलाफ दिए गए बयान बीजेपी के लिए मुसीबत भी बन सकते हैं. दूसरी तरह राजठाकरे अपनी खोई हउई जमीन वापस पाने के लिए बीजेपी के साथ हाथ मिला सकते हैं.
Source : News Nation Bureau