Maharashtra : महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से करीब एक घंटे की मुलाकात के बाद मनसे के प्रमुख राज ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पहला विषय ये है कि मुंबई की बीडीडी चॉल की जगह पर क्या होने वाला है, ये उस जगह पर रहने वाले लोगों को ही पता नहीं है. दूसरा मामला था नई मुंबई के गृहनिर्माण... सड़कों के घरों का पहले जितनी कीमत 22 लाख थी, बाद में उसे 35 लाख कर दी गई है. हमने मांग की है कि उनको पहले की तरह 22 लाख ही किया जाए.
तीसरा मामला पुलिस वालों के घरों का था. उन्हें जल्द से जल्द से घर मिले, इस बाबत भी हमने जोर दिया है. सभी मामलों को लेकर जो बैठक हुई, उसको लेकर कहा है कि इन सबको लेकर रेस्पॉन्स सकारात्मक तरीके का ही मिलना चाहिए, ये कहकर हम आए हैं. नाशिक जिले के मध्यवर्ती बैंक के जो किसानों के कर्ज को लेकर परेशानी थी, कई लोगों की फोटो लगाई गई थी, उसको आज ही निकाल दिया जाए, इस तरह का आदेश मुख्यमंत्री ने दिया है.
मराठी स्कूल का जो विषय है, वो लगता है कि इन्हें भी ये विषय पता नहीं था, क्योंकि इनको भी पता नहीं है कि मराठी स्कूलों में मराठी विषय पढ़ाना बंद होगा, लेकिन हैरत की बात ये है कि उन्हें भी इस बारे में पता नहीं है, जबकि मैं कल सभी अखबारों और न्यूज चैनलों में ये खबर देखी थी.
यह भी पढ़ें : Jammu-Kashmir : पुंछ में सेना के ट्रक में आग लगने की वजह आतंकी हमला, 5 जवान शहीद
अप्पासाहेब धर्माधिकारी के कार्यक्रम में भीषण गर्मी के कारण हुए हादसे पर राज ठाकरे ने कहा कि इस मामले में मनुष्य हत्या बल का मामला दर्ज किया जाना चाहिए था? राज ठाकरे से ये पूछने पर उन्होंने उद्धव पर निशाना साधते हुए कहा है कि कोरोना काल में भी कई तरह की लापरवाही देखने को मिली थी, उस समय के मामलों पर भी मनुष्य बल हत्या का मामला दर्ज किया जा सकता है. इस तरह के हादसों को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए.