महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद सभी अब विधानसभा की तैयारी में जुट चुके हैं. इन सबके बीच राज ठाकरे एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. बता दें कि मोदी 3.0 कैबिनेट शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए मनसे अध्यक्ष को निमंत्रण दिया गया था. बावजूद इसके वो समारोह में शामिल नहीं हुए. हालांकि इसके पीछे की वजह पार्टी ने निजी काम को बताया. वहीं, राज ठाकरे ने अब तक इस पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. जिसके बाद से सबकी निगाहें राज ठाकरे के अगले कदम पर टिकी हुई है. महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक एनडीए का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. प्रदेश में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं.
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लोकसभा चुनाव में एनडीए का खराब प्रदर्शन
बीजेपी को सिर्फ 9 सीटों पर जीत मिली तो वहीं शिवसेना (शिंदे) की पार्टी को 7 और एनसीपी (अजित पवार) की पार्टी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली. यानी कि कुल मिलाकर एनडीए को सिर्फ 17 सीटें मिली. वहीं, इंडिया एलायंस को 30 सीटों पर जीत मिली. कांग्रेस प्रदेश में सबसे ज्यादा सीटें लाने वाली पार्टी बनी. 2019 लोकसभा चुनाव की बात करें तो 48 में से एनडीए ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
राज ठाकरे पर टिकीं सबकी निगाहें
वहीं, जब मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे महायुति के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे तो यह कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को इसका रिटर्न गिफ्ट विधानसभा चुनाव में देगी. हालांकि लोकसभा चुनाव में एमएनसस ने एक सीट मांगी थी, जो उन्हें नहीं मिली. MNS ने NDA के साथ गठबंधन तो नहीं किया, लेकिन राज ठाकरे ने बाहर से पीएम मोदी की पार्टी को समर्थन दिया था. राज ठाकरे पीएम मोदी के साथ कई रैलियों में भी नजर आए. अब विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे किसे समर्थन करते हैं या उनका क्या स्टैंड होता है. इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है.
जल्द होगा विधानसभा चुनाव
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. 2024 में ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराया जा सकता है. प्रदेश में 2019 में पिछला विधानसभा चुनाव कराया गया था. इस चुनाव में एनडीए को बहुमत मिली, लेकिन कुछ मतभेद की वजह से शिवसेना ने एनडीए का साथ छोड़ दिया. जिसके बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना ने गठबंधन बनाते हुए अपनी सरकार बनाई. इस गठबंधन का नाम महाविकास अघाड़ी नाम दिया गया. इस गठबंधन में रहकर उद्धव ठाकरे प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें. हालांकि बाद में शिवसेना में आंतरिक संघर्ष हो गया और पार्टी दो गुटों में टूट गई. एक शिवसेना शिंदे गुट का और दूसरी शिवसेना उद्धव ठाकरे की. फिलहाल प्रदेश में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं.
HIGHLIGHTS
- राज ठाकरे पर टिकीं सबकी निगाहें
- पिक्चर से गायब राज ठाकरे की MNS
- विधानसभा चुनाव से पहले फेरबदल!
Source : News Nation Bureau