महाराष्ट्र की राजनीति फिर से नई करवट ले सकती है. क्योंकि खबर आ रही है कि शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) प्रमुख राज ठाकरे से दो बार फोन पर बात की. एकनाथ शिंदे ने ठाकरे से महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति के बारे में बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली. इस बात की पुष्टि मनसे के एक नेता ने भी की है. ऐसे में अगर ये दोनों साथ आ गए, तो उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लग सकता है. बता दें कि एक समय में शिवसेना ने मनसे के 7 विधायकों को तोड़ लिया था. ऐसे में राज ठाकरे के पास न सिर्फ हिसाब बराबर करने, बल्कि उससे भी बड़ा घाव देने का मौका है.
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बालासाहेब के स्वाभाविक उत्तराधिकारी माने जाते रहे हैं राज ठाकरे
शिवसेना से अलग होने से पहले राज ठाकरे को बालासाहेब ठाकरे का उत्तराधिकारी माना जाता था. उनके तेवर भी बालासाहेब जैसे ही रहे हैं. उनकी राजनीति भी कमोवेश बाला साहबे ठाकरे जैसी ही है. ऐसे में अगर एकनाथ शिंदे का पूरा गुट राज ठाकरे की पार्टी मनसे में विलय करता है, तो न सिर्फ विधायकों की सदस्यता बच जाएगी, बल्कि राज ठाकरे की पार्टी एक झटके में सिर्फ 1 विधायक से बढ़कर सदन की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी.
HIGHLIGHTS
- मनसे प्रमुख के संपर्क में एकनाथ शिंदे
- दोनों पहले साथ में कर चुके हैं काम
- तीनों गुटों के लोग बालासाहेब को मानते हैं आदर्श