Salman Khan House Firing Case: सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार तड़के फायरिंग करने वाले दोनों ही आरोपियों को मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों को गुजरात के भुज से गिरफ्तार किया गया है. अब तक कि जांच में जो जानकारी सामने आयी है वो बेहद चौकाने वाली है. मुम्बई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर क्राइम ब्रांच लख्मी गौतम ने आज मीडिया से बात करते हुए अब तक कि जांच से जुड़ी जानकारी सांझा की.
सलमान खान के घर फायरिंग की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी विक्की गुप्ता (24) और आरोपी सागर पाल (21) ये दोनों बिहार के पश्चिम चंपारण से हैं. 28 फरवरी को आरोपी मुम्बई पहुँचे थे और 29 फरवरी से 1 मार्च तक दोनों सलमान खान के बांद्रा स्तिथ घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर कई बार देखे गए थे. 1 मार्च की दोपहर आरोपी पनवेल पहुँचे और 1 मार्च से 18 मार्च तक दोनों पनवेल के हरिग्राम इलाके में रह रहे थे. आरोपियों ने 10 मार्च 2024 को अग्रीमेंट बनाकर पनवेल वाले घर को 11 महीनों के लिए किराये पर ले लिया और फिर वो यहीं रहकर सलमान के घर की रेकी करने लगे. पुलिस की पूछताछ में ये भी सामने आया है कि आरोपी होली खेलने के लिए 25 मार्च को अपने गांव चंपारण गए थे और 1 अप्रैल को वो दुबारा मुम्बई लौट आए. मुम्बई पुलिस के जॉइंट सीपी क्राइम लख्मी गौतम ने बताया की दोनों आरोपी वारदात से पहले 3 बार गैलेक्सी की रेकी कर चुके थे.
मुम्बई से मिला था हथियार और पनवेल से खरीदा था बाइक
मुम्बई क्राइम ब्रांच की जांच में ये भी बात सामने आयी है की आरोपियों को हथियार की सप्लाई मुम्बई में आने के बाद कि गयी थी. घटना को अंजाम देने से 2 सप्ताह पहले यानी 2 अप्रैल के दिन आरोपियों ने पनवेल इलाके से ही 24 हज़ार रुपये देकर एक सेकंड हैंड बाइक खरीदी थी. इतना ही नही दोनों आरोपी पनवेल इलाके के जिस घर में रह रहे थे उसके लिए उन्होंने 10 हज़ार डिपॉजिट और 3500 महीना भाड़ा भी दिया था. ऐसे में पुलिस ये भी जानकारी जुटा रही है कि आरोपियों को खर्च करने के लिए पैसे कौन दे रहा था ? और क्या आरोपियों को मुम्बई या पनवेल में कोई लोकल मदद मिल रही थी ?
पुलिस को चकमा देने के लिए क्या क्या कर रहे थे आरोपी?
सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने के बाद आरोपी जगह जगह रास्ता और गाड़ी बदलकर गुजरात के भुज तक पहुँचे थे. गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग की वारदात को अंजाम देने के बाद सबसे पहले आरोपी माउंट मेरी चर्च गए वहां उन्होंने ऑटो लिया और ऑटो से बांद्रा स्टेशन गए. बांद्रा स्टेशन से बोरीवली जाने वाली ट्रेन लेकर वो सांताक्रुज में उतर गए. आरोपियों ने सांताक्रूज से सूरत तक का सफर कार से तय किया और फिर सूरत से वो पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए अहमदाबाद तक पहुँचे थे. बताया जा रहा है कि अहमदाबाद में एक दिन रुकने के बाद वो दुबारा पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मदद से भुज पहुँचे थे. और भुज से 90 किलोमीटर दूर सुनसान लोकेशन पर दोनों आरोपी छुपे बैठे थे.
Source : Pankaj R Mishra