नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को आर्यन केस से हटा दिया गया है. अब उनकी जगह एनसीबी के ही अफसर संजय सिंह केस की जांच करेंगे. इस बीच समीर वानखेड़े ने बयान दिया है कि मुझे जांच से नहीं हटाया गया है. अदालत में मेरी रिट याचिका थी कि मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से की जाए. इसलिए आर्यन मामले और समीर खान मामले की जांच दिल्ली एनसीबी की एसआईटी कर रही है. यह दिल्ली और मुंबई की एनसीबी टीमों के बीच एक समन्वय है. वानखेड़े को हटाए जाने पर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने ट्वीट किया है. ट्वीट में मलिक ने लिखा कि यह तो बस अभी शुरुआत है.
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I've not been removed from investigation. It was my writ petition in court that the matter be probed by a central agency. So Aryan case & Sameer Khan case are being probed by Delhi NCB's SIT. It's a coordination b/w NCB teams of Delhi & Mumbai:NCB Zonal Dir Sameer Wankhede to ANI pic.twitter.com/Hf7ZrjwVex
— ANI (@ANI) November 5, 2021
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ट्वीट में मलिक ने लिखा कि यह तो बस अभी शुरुआत है. उन्होंने आगे लिखा कि आर्यन खान केस समेत 5 मामलों से समीर वानखेड़े को हटाया गया है. लेकिन कुल 26 मामले हैं जिनकी जांच की जरूरत है. मलिक ने लिखा कि ये तो बस शुरुआत है... इस सिस्टम को साफ करने के लिए अभी बहुत कुछ करना है और हम करेंगे. क्रूज ड्रग्स केस में जांच की जांच कर रहे एनसीबी जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े को आर्यन केस से हटा दिया गया है. उनकी जगह अब इस केस की जांच संजय करेंगे. एनसीबी के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के उन महानिदेशक मुथा अशोक जैन ने बताया कि हमारे जोन के कुल 6 मामलों की अब दिल्ली की टीमें (एनसीबी की) जांच करेंगी, जिसमें आर्यन खान का मामला और 5 अन्य मामले शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यह एक प्रशासनिक निर्णय था. आपको बता दें कि आर्यन केस की जांच कर रहे समीर वानखेड़े के खिलाफ महाराष्ट्र में मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने मोर्चा खोल रखा है. मलिक ने वानखेड़े के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उनसे इस मामले की जांच हटाए जाने की मांग भी की थी.
वहीं, एनसीबी की ओर से बयान में कहा गया कि किसी भी अधिकारी या अधिकारी को उनकी वर्तमान भूमिकाओं से हटाया नहीं गया है और जब तक इसके विपरीत कोई विशिष्ट आदेश जारी नहीं किया जाता है, तब तक वे आवश्यकतानुसार संचालन शाखा की जांच में सहायता करना जारी रखेंगे. यह दोहराया जाता है कि एनसीबी पूरे भारत में एक एकीकृत एजेंसी के रूप में कार्य करता है.