महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना के बीच सियासी घमासान जारी है. दोनों ही पार्टियां अपने-अपने स्टैंड पर कायम है और एक दूसरे के झुकने का इंतजार कर रही है. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है. दरअसल संजय राउत बीते कुछ दिनों से बीजेपी पर निशाना साधने के लिए सांकेतिक ट्वीट कर रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर राउत ने दुष्यंत की कविता के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है. संजय राउत ने एक तस्वीर ट्वीट की है जिसमें लिखा है, 'सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि सूरत बहदलनी चाहिए. मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग लेकिन आग जलनी चाहिए.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 5, 2019
यू तो ये ट्वीट भले आम दिखे,लेकिन वर्तमान महारष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य से जोड़ा जाए तो ये खास है. सरकार गठन को लेकर शिवसेना बीजेपी के बीच जो खीचतान चल रही है,उसे देखते हुए इस ट्वीट के जरिये बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नही मेरी कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिए, यानी शिवसेना सिर्फ महाराष्ट्र में राजनीतिक हालत को लेकर सिर्फ हंगामा नही खड़ा कर रही है,बल्कि महाराष्ट्र की राजनीतिक सूरत बदलना चाहती है.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बना सकती है NCP, बाहर से समर्थन दे सकती है कांग्रेस
बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 10 दिन से ज्यादा बीच चुके हैं लेकिन सरकार बनाने को लेकर जारी घमासान अब भी जारी है. एक तरफ जहां बीजेपी शिवसेना 50-50 फॉर्मूले को लेकर अपने स्टैंड पर कायम है तो वहीं कांग्रेस-एनसीपी शिवसेना को समर्थन देने को लेकर असमंजस में दिखाई दे रही है. हालांकि इस बीच खबर आ रही है कि महाराष्ट्र में एनसीपी शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बना सकती है और कांग्रेस बाहर से समर्थन दे सकती है.
यह भी पढ़ें: अब शिवसेना की विचारधारा से असमंजस में कांग्रेस-NCP, क्या सावरकर की वजह से फंसा है पेंच
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर लंबी चर्चा हुई. पार्टी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एनसीपी शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के लिए तैयार है. कांग्रेस उन्हें बाहर से समर्थन देगी. उन्होने कहा, हमने सरकार बनाने के लिए वही फॉर्मूला तय किया है जो बीजेपी-शिवसेना ने 1995 में तय किया था. इस रिपोर्ट के मुताबिक बताया ये भी जा रहा है कि कांग्रेस के ही एक नेता को विधानसभा में स्पीकर बनाया जा सकता है. एनसीपी नेता ने ये भी बताया है कि इस गठबंधन में मुख्यमंत्री शिवसेना से उप मुख्यमंत्री एनसीपी से हो सकता है.