देश के प्रसिद्ध मीडिया ट्रेनिंग सेंटर भारतीय जनसंचार संस्थान ( Indian Institute of mass communication) के पश्चिमी क्षेत्रीय केंद्र, अमरावती, महाराष्ट्र ( IIMC Amaravati) पर सनसनीखेज आरोप लगाकर जांच के लिए अनुराग ठाकुर को लिखित शिकायत भेजी गई है. भारतीय जनता पार्टी, महाराष्ट्र के उत्तर भारतीय मोर्चा सचिव और अमरावती महानगर पालिका के पूर्व सभापति गोपाल गुप्ता ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से आईआईएमसी, अमरावती केंद्र में अर्बन नक्सल्स की सक्रियता की जांच करवाए जाने की मांग की है.
मंत्रालय की स्वायत्त ईकाई में सरकार विरोधी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संवेदनशील गतिविधियों के बढ़ावा दिए जाने का आरोप लगाते हुए पत्र में गोपाल गुप्ता ने क्षेत्रीय निदेशक वीके भारती के खिलाफ जांच की मांग की है. गुप्ता ने लिखा है कि भारती संविदाकर्मियों के साथ मिलकर गेस्ट लेक्चर के नाम पर कम्यूनिस्ट और देशविरोधी लोगों को परिसर में आमंत्रित करते हैं. उन्होंने पूर्व क्षेत्रीय निदेशक अनिल सौमित्र को साजिशन हटाए जाने को लेकर भी किसी सक्षम एजेंसी या पुलिस अधिकारी से मामले की जांच करवाने की मांग की है.
आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर जताई फिक्र
गुप्ता ने पत्र में उन्होंने लिखा कि आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने में वैचारिक स्वच्छता को भी प्राथमिकता दी गई है. इसके मद्देनजर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े संगठनों को निशाना बनाने वाले लोगों को आईआईएमसी, अमरावती में गेस्ट लेक्चर देने के लिए बुलाए जाने को रोकने की भी अपील की है. गुप्ता ने अनुराग ठाकुर ( Anurag Thakur ) को लिखे पत्र की कॉपी प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी भेजी है. उन्होंने शिकायती में राजनीतिक गतिविधियों का भी हवाला दिया है.
नितिन गडकरी ने की थी नागपुर स्थानांतरण की मांग
इससे पहले 22 फरवरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखकर आईआईएमसी के पश्चिम क्षेत्रीय केंद्र को महाराष्ट्र में ही अमरावती से नागपुर स्थानांतरित करने की मांग की थी. उन्होंने लिखा था कि आईआईएमसी का अमरावती केंद्र 11 सालों से उपेक्षा का शिकार है और उसका न खुद का परिसर है, न पर्याप्त विद्यार्थी हैं और न ही विशेषज्ञ शिक्षक उपलब्ध हो पाते हैं. गडकरी ने पत्र में लिखा था कि भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) के दिल्ली मुख्यालय समेत अन्य चार परिसरों (कोट्टायम, ढेंकनाल, जम्मू और आईजोल) का निर्माण और विकास लगभग हो चुका है. वहीं अमरावती केंद्र के लिए विकास की काफी जरूरत है.
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11 वर्षों में नहीं हो पाया केंद्र का जरूरी विकास
वर्ष 2011 में आईआईएमसी के अमरावती केंद्र की शुरुआत अंग्रेजी पत्रकारिता के डिप्लोमा कोर्स के साथ की गई थी. हालांकि आज तक इसका अपेक्षित विकास नहीं हो सका है. छह साल बाद 2017 में मराठी पत्रकारिता का कोर्स शुरू हुआ. अंग्रेजी व मराठी पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए 17-17 सीटें थी, लेकिन इस साल पहली बार मराठी की 16 व अंग्रेजी की 13 सीटें भर सकी हैं. इससे पहले भी काफी कम सीटें भर पाई थीं. अमरावती परिसर फिलहाल संत गाडगे बाबा विद्यापीठ परिसर में अस्थाई रूप से और सीमित स्थान व सीमित विद्यार्थियों और स्टाफ के साथ चल रहा है.
HIGHLIGHTS
- फिर विवादों के साए में आया IIMC का क्षेत्रीय केंद्र अमरावती
- बीजेपी नेता ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर की जांच की मांग
- नितिन गडकरी ने की थी केंद्र को नागपुर स्थानांतरित करने की अपील