राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने एक बार फिर अपनी पार्टी में टूट से इनकार किया है. उन्होंने कहा, यह सच है कि कुछ विधायक चले गए हैं, लेकिन अकेले विधायकों के जाने का मतलब पूरी राजनीतिक पार्टी की टूट नहीं है. कोल्हापुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कि वह पवार ने कहा, मैं एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और जयंत पाटिल पार्टी के महाराष्ट्र में प्रदेश अध्यक्ष हैं. पवार ने कहा, एनसीपी में फूट नहीं पड़ी है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह पार्टी के खिलाफ बगावत करने वाले नेताओं के प्रति नरम रुख अपना रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा- बागियों का नाम लेकर उन्हें महत्व क्यों दिया जाए.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह पार्टी के बागियों के प्रति नरम रुख अपना रहे हैं, इस पर उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि बागियों के नाम लेकर उन्हें महत्व क्यों दिया जाए. शुक्रवार को जब पवार से उनकी बेटी और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले के बयान के बारे में पूछा गया कि राकांपा विभाजित नहीं हुई है और अजित पवार उसके नेता बने रहेंगे, तो उन्होंने कहा, "हां... इस बारे में कोई विवाद नहीं है, लेकिन कुछ घंटे बाद पवार ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया.
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पार्टी में विभाजन नहीं- शरद पवार
बता दें कि अजित पवार और एनसीपी के 8 विधायकों ने दो जुलाई को पाला बदलकर शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे, इसके बाद शरद पवार की एनसीपी पार्टी दो धड़ा में बंट गई थी. जिससे शरद पवार स्थापित पार्टी में विभाजन हो गया था.
Source : News Nation Bureau