महाराष्ट्र में बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के अजित पवार ने मिलकर सरकार बना ली है. देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह जहां सीएम पद की शपथ ली, तो वहीं अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए. महाराष्ट्र में राज्यपाल के फैसले के खिलाफ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. तीनों दलों थोड़ी ही देर में राज्यपाल के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.
शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी ने देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार के खिलाफ महाराष्ट्र के सीएम और डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की है. तीनों दल सुप्रीम कोर्ट में राज्यपाल के फैसले को रद्द करने की मांग करेंगे. तीनों पार्टियों के वकील अभी रजिस्ट्रार का इंतजार कर रहे हैं.
बता दें कि पिछले कई दिनों से शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी मिलकर सरकार बनाने को लेकर बैठकें कर रही थीं. शुक्रवार को तीनों दलों की बैठक में फैसला हो गया था कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम बनेंगे, लेकिन इस बीच शनिवार सुबह राज्यपाल ने देवेंद्र फडणवीस को सीएम और अजित पवार को डिप्टी सीएम की शपथ दिला दी.
बता दें कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़णवीस (Devendra Fadnavis) की सरकार बन जाने के बाद अब सभी पार्टियां अपने विधायकों को बचाने में जुटी हुई हैं. इसी क्रम में शरद पवार के भतीजे अजित पवार के सपोर्ट में एनसीपी के 9 बागी विधायकों को महाराष्ट्र से दिल्ली भेजा जा रहा है. वहीं, एनसीपी नेता धनंजय मुंडे का मन बदल गया है. सुबह वह अजित पवार के साथ थे और शाम को शरद पवार की एनसीपी मीटिंग में पहुंच गए हैं. सूत्रों का कहना है कि एनसीपी के 42 विधायक वाईबी सेंटर पहुंचे हैं. अभी और भी विधायकों के पहुंचने की उम्मीद है.
Source : अरविंद सिंह