महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना अब कांग्रेस के रंग में पूरी तरह से रंग चुकी है. कांग्रेस के साथ रहते रहते शिवसेना के नेताओं पर भ्रष्टाचार का टैग लग गया है. शिवसेना के विधायक किश्तों में घूस ले रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसका खुलासा किया है. टॉप्स ग्रुप सिक्योरिटी कंपनी में गलत तरीके से निवेश करने के मामले में ईडी का कहना है कि शिवसेना विधायक और प्रवक्ता प्रताप सरनाईक 6 लाख रूपये प्रति महीने की किश्तों में रिश्वत ले रहे थे.
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एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी का कहना है कि प्रताप सरनाईक ने अपने सहयोगी अमित चंदोले के माध्यम से 2014 से टॉप्स ग्रुप से रिश्वत के रूप में हर महीने 6 लाख कैश लिया. ईडी ने कहा, 'यह राशि अनुबंध के अनुसार सुरक्षा प्रदान न करके एमएमआरडीए को धोखा देकर टॉप्स ग्रुप द्वारा अर्जित अवैध मुनाफे का हिस्सा थी. लेकिन इसके लिए शुल्क लिया जाता था. टॉप्स ग्रुप की खाता बही में, इन नकदी प्रविष्टियों को शुरू में वार्ड टू बिज़नेस प्रमोशन के खर्च के रूप में दिखाया गया था.फिर मजदूरी के रूप में.'
ईडी ने टॉप्स ग्रुप के तीन वरिष्ठ अधिकारियों का बयान दर्ज किया, जिन्होंने कहा कि चंदोले सरनाइक की ओर से ज्यादातर अपने कार्यालय से नकदी एकत्र करते थे. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से एमएमआरडीए सौदे से लाभ के रूप में सरनाईक के साथ 7 करोड़ रुपये साझा किए गए हैं. ईडी ने कहा, 'नंदा की टॉप्स ग्रुप सिक्योरिटी से यह कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत लेने के बाद हुआ. कॉन्ट्रैक्ट 35 करोड़ का था और ईडी को सरनाईक से संबंधित 7 करोड़ रुपए की जानकारी मिली है, जिसे फिलहाल अवैध माना जा रहा है और अधिकारी इस पर जांच कर रहे हैं.'
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कीर्ति सौम्या ने उद्धव सरकार पर लगाया प्रताप सरनाईक को बचाने का आरोप
वहीं इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ उद्धव सरकार पर बीजेपी हमलावर है. बीजेपी के कीर्ति सौम्या ने आरोप लगाया है कि उद्धव ठाकरे सरकार अपनी पार्टी के नेता प्रताप सरनाईक को बचा रही है. उन्होंने ट्वीट किया, '175 करोड़ के एमएमआरडीए सुरक्षा कॉन्ट्रैक्ट धोखाधड़ी मामला: मैंने एमएमआरडीए, ठाकरे सरकार को लिखा. एमएमआरडीए ने शिकायत दर्ज क्यों नहीं कराई? 28 अक्टूबर 2020 को एक प्राथमिकी दर्ज की गई. अब तक कोई जांच / कार्रवाई क्यों नहीं? ठाकरे सरकार शिवसेना के प्रताप सरनाईक को बचा रही है.'
मंगलवार को सरनाईक के ठिकानों पर पड़े थे छापे
इससे पहले मंगलवार को ईडी ने सरनाईक के घर, दफ्तरों और उनके कारोबारी सहयोगियों समेत 10 ठिकानों पर छापा मारा था, जब वह गोवा में थे. छापे के बाद ईडी के अधिकारियों ने उनके बेटे विहंग को हिरासत में लिया और उसे अपने कार्यालय ले गए, जहां मंगलवार शाम तक विहंग से कम से कम चार घंटे तक पूछताछ की गई. बता दें कि सरनाईक (56) महाराष्ट्र विधानसभा में ओवला-माजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
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सरनाईक ऐसे आए थे सुर्खियों में
विधायक सरनाईक उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने आत्महत्या के लिए कथित तौर पर उकसाने के 2018 के मामले को फिर से खोलने की मांग करते हुए एक पत्र लिखा था. उसी मामले में हाल में रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गोस्वामी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। सरनाईक ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र विधानसभा में एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करने की भी मांग की थी.
Source : News Nation Bureau